नालंदा संवाददाता बिहारशरीफ प्रखंड के तेतरावां ग्राम में स्थित पालकालीन बालम पोखर में छठ पूजा के लिए घाटों की साफ-सफ़ाई के लिए गांव के युवाओं ने सफ़ाई अभियान चलाया। इस अवसर पर वर्तमान वार्ड सदस्य रामू यादव ने कहा कि पिछले कई वर्षों से हम युवाओं की टोली घाट की साफ-सफ़ाई का विशेष ध्यान देते है। इस तालाब में हमारे गांव के अलावे आसपास के कई गांव के छठ व्रती पूजा करने आती है। वहीं चंदन सिंह ने कहा कि इसबार तालाब के किनारे अतिरिक्त सीढ़ियों का का भी निर्माण किया गया जिससे व्रतियों को पूजा करने में किसी भी प्रकार की कोई असुविधा नही होगी।
बालम पोखर का है विशेष महत्व सफ़ाई कर रहे चंदन यादव ने कहा कि यह तालाब बहुत हीं प्राचीन है। इसके एक छोर पर भगवान बुद्ध की भूमिस्पर्श मुद्रा में काले पत्थर की प्रतिमा विराजमान है। भगवान भास्कर की पूजा के बाद व्रती यहाँ बुद्ध की पूजा करते है। यहाँ कई लोग मन्नत भी मांगते है और पूरा होने पर मिट्टी से निर्मित कोठिला भी चढ़ाते हैं। प्रशासन से नहीं मिलती कोई सुविधा कई गांव के हजारों लोग पूजा करने आते है,लेकिन प्रशासन के द्वारा कोई सुविधा उपलब्ध नही कराई जाती है। यहाँ की सारी व्यवस्था गांव के युवाओं द्वारा ही किया जाता है। ग्रामीणों की मांग है कि सरकारी तौर पर बालम पोखर का भी विकास किया जाए ताकि व्रतियों को सुविधा मिल सके और बुद्ध को लेकर पर्यटन का विकास हो सके। सफाई अभियान में चन्दन सिंह,रामू यादव,कन्हैया सिंह,रजनीश यादव,गोलू कुमार,राजकुमार कुमार,आनंद कुमार,मनीष कुमार,संतोष कुमार,बिजेंद्र कुमार के अलावे दर्जनों युवाओं ने सहयोग प्रदान किए।