राजगीर :- जिस पवित्र धरा पर भगवान महावीर स्वामी ने 14 चातुर्मास किए थे उस धरा पर आकर बच्चों से मिलकर मुझे काफी प्रसन्नता हुई, बच्चे भगवान के रूप होते हैं। बिहार के कन कन में जन जन में हमलोग भगवान महावीर स्वामी को देखते हैं उक्त बातें जैन मित्र शैलेंद्र घिया के सुपुत्र शुवीर घिया ने उत्क्रमित मध्य विद्यालय महादेवपुर के प्रांगण में भगवान महावीर स्वामी की जयंती से पूर्व बच्चों को संबोधन करते हुए कहा उन्होंने आगे कहा कि हमारा पूरा परिवार समाज के सेवा के लिए समर्पित है।
उन्होंने आगे कहा कि 12 साल के कठोर तपस्या के बाद महावीर स्वामी को केवल ज्ञान प्राप्त हुआ, जिसके आधार पर उन्हें भूतकाल वर्तमान काल और भविष्य का संपूर्ण ज्ञान हुआ। भगवान महावीर स्वामी केवल ज्ञानी पुरुष थे इसी मुख्य कारण से इनकी बाणी परम सत्य है । मौके पर डुंगरपुर राजस्थान से चलकर आये बीरेंद्र पटवा ने कहा कि भगवान महावीर स्वामी के संदेश जिओ और जीने दो को हमसब को अपनाने की जरूरत है तब ही इस संसार का कल्याण संभव है। आज के जमाने के अनुसार इनके संदेश को आत्मसात करने की जरूरत है। लौह पुरुष जैन संत सोहम् मुनि जी महाराज साहब ने बच्चों को अपने संदेश में कहा कि आप अच्छे से पढ़े लिखे एवं अपने जीवन मे नैतिकता के अपनाते हुए। सभी से अच्छा व्यवहार करें जिससे कि आपका भविष्य उज्जवल हो सके। मौके पर श्री जैन वातशल्य राजगृह मंच के सचिव रमेश कुमार ने मंच संचालन किया। इस अवसर पर मुंबई से चलकर आये सुशीला घिया, चंद्रा पटवा के अलावे पप्पू कुमार सिंह, सहित विद्यालय के सभी शिक्षक व छात्र मौजूद थे।