बिहारशरीफ, नालंदा 22 जनवरी 2022 : शनिवार की देरशाम कोरोना की तीसरी लहर ओमिक्रॉन से बचाव के लिए बिहारशरीफ के बबुरबन्ना मोहल्ले में समाजसेवियों द्वारा जन-जागरूकता अभियान चलाया। कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन का प्रभाव नालंदा में भी दिखने लगेगा है। वैश्विक कोरोना की तीसरी लहर ओमिक्रॉन से बचाव के लिए लोगों के बीच राष्ट्रीय गुटखा छोडो अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष समाजसेवी डॉ. आशुतोष कुमार मानव, साहित्यिक मंडली शंखनाद के महासचिव साहित्यकार समाजसेवी राकेश बिहारी शर्मा एवं गांधीवादी विचारक समाजसेवी दीपक कुमार, साहित्यसेवी व समाजसेवी सरदार वीर सिंह ने बबुरबन्ना मोहल्ले के निवासीयों के बीच मास्क वितरण कार्यक्रम चलाया। इस दौरान लोगों को कोरोनावायरस के तीसरी लहर ओमिक्रॉन से बचाव के लिए टीका की उपयोगिता के बारे में प्रमुखता से लोगों को बताया। मौके पर साहित्यिक मंडली शंखनाद के महासचिव साहित्यकार समाजसेवी राकेश बिहारी शर्मा ने जन जागरूकता कार्यक्रम में लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि टीकाकरण एक एंटीजेनिक पदार्थ या वैक्सीन के प्रशासन की प्रक्रिया है जो एक या अधिक बीमारियों के खिलाफ प्रतिरक्षा प्रदान करता है। यह मानव शरीर में प्रतिरक्षा को उत्तेजित करता है और टीकाकरण वाले व्यक्ति को संक्रमण से बचाता है और रोग की शुरुआत को रोकता है। ओमिक्रॉन वैरिएंट भारत सहित दुनिया भर में जंगल की आग की तरह फैल रहा है। उन्होंने कहा नालंदा जिले में कोरोना की तीसरी लहर ओमिक्रॉन धीरे-धीरे पैर पसार रहा है। इस समय कोरोना संक्रमण का मामला पहले की अपेक्षा कम मिला है। लेकिन अभी भी खतरा टला नहीं है। खासकर 15 वर्ष से ऊपर सभी विद्यार्थियों को टीका लगवाना अनिवार्य है। कोरोना के तीसरी लहर ओमिक्रॉन से अपने बच्चों के साथ-साथ बुजुर्गों पर खास ध्यान देने की जरूरत है। कोरोना से बचाव के लिए एकमात्र उपाय टीका ही है। सभी लोग टीका लगवाएं व मोहल्ले के अन्य लोगों को भी टीका लगवाने के लिए प्रेरित करें। टीका को लेकर किसी तरहके भ्रम में नहीं पड़े। कोरोना वायरस ओमिक्रॉन को हराने की देशव्यापी मुहिम में सबकी साझेदारी जरूरी है। कोरोना के तरह ओमिक्रॉन भी हारेगा, लेकिन यह तभी होगा जब सभी लोग टीका लगवाएंगे। एक भी आदमी टीका लगवाये बिना नहीं रहें। फिलहाल इस बीमारी से बचने का सुरक्षा कवच टीका ही है। आप लोग भी अफवाहों पर ध्यान न दें, टीका अवश्य लगाएं। टीकाकरण ही आपके परिवार और समाज को सुरक्षित रख सकता है। उन्होंने कहा कि जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए शत-प्रतिशत लोगों का टीकाकरण करने के लिए सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सजग और संकल्पित है।
इस दौरान जन-जागरूकता में लोगों को जागरूक करते हुए गुटखा छोडो अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष समाजसेवी डॉ. आशुतोष कुमार मानव ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर ओमिक्रॉन से बचाव के लिए सभी को टीका लगवाना जरूरी है। क्योंकि प्रत्येक दिन घरेलु कार्य वस बहार निकलते हैं, और फिर रात में अपने परिवार के साथ समय व्यतीत करते हैं। इससे संक्रमण का खतरा और भी बढ़ जाता हैं। इस लिए लोगों से अनुरोध किया है की आप लोग जरुर टीका लगवाएं। और कहा जो भी विद्यार्थी करोना का टीका नहीं लिए हैं वो सभी विद्यार्थी पहले टीका लें। आप भी सुरक्षित रहें और अपने परिवार को भी सुरक्षित रखें, अफवाहों पर ध्यान नहीं दें हम सभी मिलकर कोरोना का टीका लें और लोगों को लगवाने में मदद करें। सद्भावना मंच के संस्थापक गांधीवादी विचारक समाजसेवी दीपक कुमार ने मौके पर कहा कि कोरोना की तीसरी लहर ओमिक्रॉन भी हारेगा और इस वायरस को भी पहले की तरह हराएंगे। आज इस मुहिम को और अधिक मजबूती देने की जरूरत है। ग्रामीणों को टीकाकरण के आगे आना होगा, जीवन है तो जहान है। आज कोरोना काल में एकमात्र टीकाकरण ही जीवन का सुरक्षा कवच है। तो आइए, हम सब मिलकर एक संकल्प ले व वैक्सीनेशन को लेकर लोगों को प्रेरित करें। सर्दी, खांसी, बुखार से प्रभावित तथा अन्य लोगों को जांच कराने तथा कोरोना का टीका लगाने की अपील की। सभी समाजसेवी वैश्विक कोरोना महामारी की तीसरी लहर से उत्पन्न ओमिक्रॉन जैसी खतरनाक बीमारी से बचाव और सावधानी को लेकर जगह-जगह लोगों को जागरूक कर रहें हैं। साहित्यिक मंडली शंखनाद के वरीय सदस्य व साहित्यसेवी समाजसेवी सरदार वीर सिंह ने कहा कि बिहारशरीफ के कई स्थानों पर कोरोना का टीका लगाया जा रहा है। टीके का कोई शारीरिक दुष्प्रभाव नहीं है। टीका पूरी तरह सुरक्षित है। 15 साल से अधिक आयु वर्ग के लोग नजदीकी टीकाकरण केंद्र में जाकर टीका लगवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि टीका लगवाकर स्वयं को बचाए एवं दूसरों को भी बचाएं। उन्होंने कहा, मास्क बहुत जरूरी है। सभी को कोरोना प्रोटोकॉल का गंभीरता से पालन करना चाहिए।
साहित्यसेवी सुरेश प्रसाद ने कहा कि बेवजह घर से बाहर निकलने से परहेज करें और अपने चेहरे को मास्क से अचछी तरह से ढक कर रखे। सेनिटाइजर का प्रयोग करें और लोगों से शारारिक दूरी बना कर रहें। ऐसे करके ही हम कोरोना की तीसरी लहर को जल्द खत्म कर सकते है। दुकानदार हो या ग्राहक सभी ने मास्क पहनना छोड़ दिया है। मास्क के प्रति लोगों में जागरूकता घटी है। पिछले वर्ष ही कोरोना से कई लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बाद भी लोग इस बीमारी के रोकथाम के प्रति उदासीन बने हैं। इस जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य रूप से समाजसेवी धीरज कुमार, सविता बिहारी, राजदेव पासवान, योगेन्द्र यादव, रामकिशोर चौधरी, लखन चौधरी, अशोक चौधरी, यशपाल सिंह, यूवराज सिंह, अजित पासवान, गुडिया कुमारी, सुनैना देवी, सुरेन्द्र कुमार शर्मा, अनिता देवी, स्वाति कुमारी,रेणु कुमारी,गुड़िया कुमारी, कौशल्या देवी,मन्तु देवी, जयमन्त्री देवी, दयमंती द्रवइ,गीता देवी,राजेश शर्मा, प्रतिज्ञा कुमारी, छोटी कुमारी सहित कई लोग शामिल थे।