पटना के गर्दनीबाग में संयुक्त मोर्चा के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना दिया इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि बक्सर जिला के चौसा में 56 दिनों से बैठे किसानों पर किए गए हमले एवं एसजीबीएम कंपनी के जबरन जमीन देने और एमबीआर मुआवजा में बढ़ोतरी नहीं करने के खिलाफ तथा बिहार के किसानों की समस्याओं से संबंधित 15 सूत्री मांगों का ज्ञापन दिया गया बक्सर जिला के चौसा में धरना पर बैठे किसानों पर 30/11/2022 के आधी रात्रि के बाद यानी के बाद 1/12/2022 के रात्रि में प्रशासन के द्वारा अपराधियों की तरह बेरहमी से पिटाई की गई जो संविधान की धारा 19 के खुल्लम खुल्ला उल्लंघन है और जनता के मौलिक अधिकार का हनन है तथा वर्तमान लोकतांत्रिक व्यवस्था का पोल खोल देता है इसे स्पष्ट हो जाता है कि यह जनता का शासन नहीं बल्कि कॉर्पोरेटबादी पूंजीतंत्र पर लोकतंत्र का मुहर लगाकर देश के माल को किसान मजदूरों को श्रम शक्ति को लूटा और घसीटा जा रहा है भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक नहीं लगाई गई और दोषी सरकार और सरकारी मुलाजिमों पर उचित कार्रवाई नहीं की गई तो देश में बहुत बड़ा विद्रोह होने से नहीं बचाया जा सकता है इसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार पर होगी। हमारी मांगे:- बक्सर जिला के चौसा के किसानों पर दिनांक 1 दिसंबर 2022 की पिटाई के खिलाफ दोषी प्रशासन पर अपराधी मुकदमा किया जाए मुकदमा नंबर220/ 22 थाना मुफसील जिला बक्सर मुकदमा नंबर222/ 2022 थाना मुफसील जिला बक्सर । मुकदमा नंबर 223/ 2022 थाना मुफसिल जिला बक्सर बिहार के फर्जी मुकदमा वापस लें तथा पूर्व में जमीन अधिग्रहण में की गई घोटाला की जांच करवा कर कार्रवाई की जाए। किसानों ने अपनी जमीन देश के विकास एवं समृध्दि में दे सकते हैं किंतु निजी कंपनी एसजेवीएन कंपनी को नहीं देंगे जिससे जमीन को मुक्त किया जाए तथा सरकारी संपत्ति को निजीकरण करना बंद करो 1970 ईस्वी के योजना अधूरे उत्तर कोयल नहर के कार्य को पूरा कर शीघ्र पानी दिया जाए एमएसपी की कानून गारंटी दिया जाए दिल्ली में आंदोलनरत शहीद किसानों के परिजनों की एक सदस्य को नौकरी एवं 15–15 लाख मुआवजा दिया जाए। अग्नीपथ योजना वापस लो एवं बेरोजगार युवक-युवतियों को स्थाई नौकरी दो बिहार में सरकारी मंडी चालू किया जाए।60 वर्ष के ऊपर वाले मजदूर किसानों को आवकाश प्राप्त सरकारी कर्मचारी के बराबर पेंशन दिया जाए। किसान मजदूर पर से सभी सरकारी कर्जा माफ करो।किसानों को कृषि कार्य हेतु बिजली मुफ्त मुहैया कराई जाए तथा दक्षिण बिहार को एक नदी से दूसरे नदी से जोड़कर सिंचाई की व्यवस्था की जाए जमीन सर्वे अंचलं कार्यालय में दाखिल खारिज एवं परिमार्जन में व्याप्त भ्रष्टाचार को खत्म किया जाए। दक्षिण बिहार को अकाल क्षेत्र एवं उत्तरी बिहार को दहाड़ क्षेत्र घोषित किया जाए। गन्ना उत्पादकों को बकाया राशि का भुगतान किया जाए।किसानों के धान की खरीदारी में की जा रही है आनिमितता बंद की जाए। वर्षो से बंद पड़े कृषि महाविद्यालय को चालू किया जाए। बिजली बिल में की गई बढ़ोतरी वापस ली जाए एवं उपभोक्ता यहां बिजली स्मार्ट मीटर लगाना बंद करो। धरना को चंद्रशेखर प्रसाद कल्लू सिंह रामचंद्र आजाद अनिल सिंह ने अध्यक्षता की धरना को रामदेव चौधरी अनिल पासवान वी वी सिंह चंद्रशेखर प्रसाद यादव मंजय कुमार उमेश शर्मा जवाहर निराला विजय सिंह मोहम्मद जफर बारी अंसारी उर्फ छोटू मियां शीलम झा भारती विजय कुमार बालकुमार प्रसाद यादव प्रोफेसर विजय कुमार डॉ विनय सिंह सुरेश प्रसाद जयराम सिंह आदि लोगों ने संबोधित किया।धरना में हाजरो किसान व किसान प्रतिनिधि शामिल हुए ।
संयुक्त किसान मोर्चा अपनी मांगों को लेकरएक दिवसीय धरना दिया
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