जिस हिंदी को लोग काम आते हैं। उसी हिंदी साहित्य की सेवा करने वाले नालंदा के दो साहित्यिक लेखकों ने देश भर के 23 वरिष्ठ लेखकों में अपना स्थान बनाये हैं। नालंदा शुरू से ही ज्ञान और विज्ञान के क्षेत्र में ख्याति प्राप्त चाणक्य की धरती रही है। भावना के रंग साझा काव्य संकलन के लिये देश भर के 23 साहित्यकारों,लेखकों को प्रकाशन प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया।
साझा संकलन में जीवन के विभिन्न पहलुओं व् रंगों पर देश भर से वरिष्ठ साहित्यकारों, कवियों, लेखकों द्वारा चुने हुये विषयो पर मौलिक रचनाएं आमंत्रित कर उत्कृष्ट रचनाओं को भावना के रंग पुस्तक में स्थान दिया गया है। आई.एस.बी.एन नम्बर युक्त इस विशेष काव्य के सफल प्रकाशन के बाद प्रकाशक वर्डसविगल पब्लिकेशन द्वारा फाउंडर निशा करीम व मैनेजिंग डायरेक्टर आयुष राज पांडेय के संयुक्त हस्ताक्षर से प्रमाण पत्र दिया गया है। देश भर के 23 लेखकों में नालंदा के दो परचम लहराने वाले लेखकों में सामाजिक चिंतक व् पत्रकार कुमुद रंजन सिंह, एवं हिन्दी सेवी छात्रा व् समाजसेवी ,लेखिका सुश्री सरिता सिंह को प्रकाशन प्रमाण पत्र मिलने पर देश भर में अपना ख्यात्ति व् कलम की शब्दो का जादू फ़ैलाने के लिये जिले व् राज्य भर से समाजसेवियों ने शुभकामनाये प्रेषित की है।