पटना: प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि नीतीश कुमार को खुद ही नहीं पता कि वो अभी कहा खड़े हैं और दस दिन के बाद कहां खड़े रहेगें। पिछले सात महीने से आप लोग जब नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार और INDIA गठबंधन का संयोजक बना रहे थे तब ही मैंने कहा था कि नीतीश कुमार भागने वाले हैं, और खिड़की खोल के बैठे हैं भाजपा के लिए।
अगर ये नहीं भागेंगे तो इनको पांच सीट से ज़्यादा नहीं मिलेगा। जैसे लोकसभा चुनाव नज़दीक आया ये बीजेपी में चले गए। अब भाजपा की मदद से कुछ सीट जीत भी जाएंगे, जीतने के बाद फिर बादशाह बनने लगेंगे कि अब हम से ज़्यादा पॉपुलर नेता कोई नहीं है। सच्चाई यही है कि नीतीश कुमार की राजनीतिक पारी का अंत हो गया है। ये अंतिम दौर चल रहा है। जब तक कुर्सी पर हैं एक महीना, दो महीना, साल भर अगले चुनाव तक हाथ पैर मार कर समीकरण बना लें।
अगला जब विधानसभा का चुनाव होगा तो चाहे वो भाजपा के साथ लड़े या महागठबंधन के साथ लड़े या चाहे अकेले लड़ जाए। नीतीश कुमार के दल जदयू को 20 सीट नहीं आएगा। उन्होंने आगे कहा कि चाहे वो भाजपा के साथ रहकर चुनाव लड़े, चाहे मोदी जी आकर उनका प्रचार कर लें तब भी नीतीश जी बीस सीट से ज़्यादा नहीं जीत पाएंगे। मै भाजपा वालों को भी चुनौती देता हूं कि अगर भाजपा के नेतृत्व को दम है तो घोषित करें कि नीतीश कुमार अगले मुख्यमंत्री होंगे और चुनाव लड़कर दिखा दें विधानसभा का, बीजेपी को भी अपनी औकात दिख जाएगी। नीतीश कुमार को अपने कंधे पर बैठाकर कितने दिन ये लोग बिहार की जनता के आंख में धूल झोकेंगे। पिछली ही बार बिहार की जनता ने 42 पर उतार दिया था इस बार बिहार की जनता नीतीश कुमार को इतना नीचे कर देगी की भाजपा चाहेगी तब भी कुछ नहीं कर सकती है। पीके ने कहा कि मैं फिर से रिपीट कर दे रहा हूं चाहे किसी भी फॉर्मेशन में नीतीश कुमार लड़े 20 सीट नही आएगा विधानसभा में।