तीन दिवसीय गैर आवासीय वितीय साक्षरता प्रशिक्षण कार्यक्रम रहुई प्रखंड अन्तर्गत पंचायत हवनपुरा के काजीचक ग्राम और पंचायत इमामगंज के इमामगंज ग्राम में सम्पन्न हुआ।
सेव द चिल्ड्रेन और यूनिसेफ के द्वारा संयुक्त रूप से महादलित किशोरियों के लिए वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम ग्राम काजीचक और इमामगंज के महादलित किशोरियों के साथ दो बैचों में 47 प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया। जिसमे सेव द चिल्ड्रेन के प्रखंड समन्वयक सुधा कुमारी , राज अंकुश शर्मा और स्वयं सेवक परमहंस कुमार सिंह ने कहा कि स्कूल स्तर व ग्राम स्तर (महादलित समुदाय) पर प्रशिक्षण के प्रारूप के संबंध में लड़कियों को शिक्षित करने के लिए प्रोजेक्टर के माध्यम से 5-10 मिनट के 15 वीडियो वाले कुल 12 ऑनलाइन माड्यूल दिखाने के साथ आफ़लाइन मोड यानी मैनुअल माड्यूल का भी उपयोग किया गया। साथ ही, बेहतर समझ सुनिश्चित करने व बैंकिंग प्रणाली का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त करने के लिए लड़कियों को बैंकों और एटीएम का दौरा करवाने के साथ-साथ रोल प्ले भी करवाया गया। जीवन कौशल लड़कियों को निरंतर स्कूली शिक्षा की चुनौतियों और बाधाओं का अधिक प्रभावी ढंग से सामना करने, बैंकिंग प्रणाली से जुड़ने और प्रभावी करियर योजना बनाने में मदद करने के अलावा छात्रवृत्ति योजनाओं का बेहतर लाभ उठाने में भी सक्षम बनाएगा।
प्रतिभागियों को बजट, खाता खोलने, ऋण के प्रकार, सरकारी योजनाओं, इंटरनेट लेनदेन, बैंकिंग लेनदेन से संबंधित सुरक्षा उपाय, एटीएम और इंटरनेट बैंकिंग का सुरक्षित उपयोग, डिजिटल भुगतान समेत करियर योजना पर प्रशिक्षित किया गया। माड्यूल्स के अनुसार किशोरियों द्वारा बनाये गए चार्ट पेपर की प्रस्तुति भी की गईऔर बैंकिंग सेवा से जुड़े आयामों पर विस्तृत चर्चा करते हुए किशोरियों का सशक्तीकरण बिहार सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है। आम तौर पर, युवाओं को अपनी आकांक्षाओं के अनुरूप अवसरों को खोजने में काकी संघर्ष करना पड़ता है।
कोविड महामारी के दौरान शिक्षा में व्यवधान, स्कूल ड्रापआउट दर और कम उम्र में विवाह के मामलों में वृद्धि ने उनकी चुनौतियों को और बढ़ा दिया है। इस संदर्भ में वित्तीय साक्षरता एक महत्वपूर्ण विषय है, जिसमें किशोर-किशोरियों का कौशल विकास अत्यंत आवश्यक है। इस प्रशिक्षण के माध्यम से प्रतिभागियों को वित्तीय साक्षरता के विभिन्न पहलुओं के बारे में प्रशिक्षित किया गया है। विकासमित्र द्वारा बोला गया कि महादलित समुदायों की लड़कियों के वित्तीय समावेशन का मार्ग इस प्रशिक्षण से प्रसस्त होगा एवं उनके ज़रिए उनके परिवारों और समुदाय को भी जागरूक किया जा सकेगा। वित्तीय साक्षरता से किशोर लड़कियाँ निश्चित रूप से सशक्त बनेंगी और उन्हें अपनी शिक्षा जारी रखने, बेहतर विकल्प चुनने और करियर निर्माण में भी मदद मिलेगी।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के सफल संचालन में विकास मित्र दीपक कुमार और प्रखंड समन्वयक विकासमित्र नरेश दास का योगदान सहयोगात्मक रहा, जिसके कारण यह कार्यक्रम सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ।