जिला निबंधन सह परामर्श केन्द्र नालंदा में सिंगल विंडो ऑपरेटर एवं मल्टी परपस असिस्टेंट का हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रहा और हड़ताल कर्मी पूरे जोश जे साथ हड़ताल पर डटे रहे. विद्यार्थियों को आकर काम न होने पर लौटते भी देखा गया. विद्यार्थियों के चेहरे पर निराशा साफ झलक रही थी. पूछने पर उन्होंने बताया कि बाहर से कुछ लोगों को काम करने के लिए बुलाया गया है फिर भी घंटों रुकने के बावजूद लौटना पड़ रहा है. सर्वर खराब होने कि बात कही जा रही है.
मिडिया प्रभारी संजय विद्यार्थी ने बताया कि विभाग सर्वर बंद कर मेंटेनन्स की बात प्रचारित करना एक सोची समझी रणनीति के तहत किया गया है. हमें दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि विभाग शायद हमारे जॉब प्रोफ़ाइल से ही अनभिज्ञ है. ज़ब किसी अन्य विभाग को जल्द परिणाम देना होता है तो डीआरसीसी से ऑपरेटर की माँग करते हैं फिर डीआरसीसी कर्मियों के विकल्प तैयार करके कार्य करवा लेना कितना मुश्किल होगा
बिहार विकास मिशन को भी पता होगा. चाहे टीचर के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की बात हो, राशन कार्ड बनाने की बात हो, राजगीर महोत्सव में ड्यूटी करना हो यहाँ तक की किसी पर्व त्योहारों में भी हमारी ड्यूटी लगाई जाती है. मतलब हम दूसरे का विकल्प बनते हैं फिर हमारा विकल्प तैयार करना कितना हास्यास्पद है. आखिर सर्वर के नाम पर विभाग कब तक अपनी कमियों को छुपाएगा. जिस दिन सर्वर खुलेगा विद्यार्थियों को संभालना मुश्किल होगा तब जवाब देना मुश्किल हो जाएगा. अभी टीचर के जोइनिंग की बात भी डीआरसीसी में ही हो रही है. तब विभाग को हमारी जरूरत और क्षमता का पता चल जाएगा. इसलिए विभाग हमारी मांगो पर सहानुभूति पूर्वक विचार करे. उनके द्वारा माना गया जो माँग लिखित रूप से दिया गया है उसे ही पूरा करने के लिए हमलोगों को दोबारा हड़ताल करना पड़ रहा है. जब तक हमारी मांगों को लागू नहीं किया जाता तब तक हम डीआरसीसी एवं बिहार शिक्षा वित्त निमग में कार्यरत सभी एसडब्लूओ एवं एमपीए हड़ताल पर डटे रहेंगे और बात नहीं मानी गई तो बिहार विकास मिशन कार्यालय पटना का घेराव भी करने जायेंगे।