बिहार में अलग मिथिला राज्य की मांग पर पीके की दो टूक, बोले – मैं बिहार के एक और बंटवारे के खिलाफ हूं, सामाजिक और राजनीतिक कारणों से होती है अलग राज्यों की मांग, झारखंड और बिहार के अलग होने से किसी का फायदा नहीं हुआ
सहरसा: जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने सीटानाबाद दक्षिणी सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल में मंगलवार को प्रेस वार्ता की। इस दौरान मिथिला राज्य की मांग के सवाल पर कहा कि मैं बिहार राज्य के और बंटवारे के पक्ष में नहीं हूं। ऐसी ही मांग उठाकर झारखंड और बिहार को अलग किया गया। इसका फायदा ना झारखंड को मिला और ना ही बिहार को मिला। कई बार सामाजिक-राजनीतिक कारणों से इस तरह की मांग को लोग बल देते हैं। जनता इतनी त्रस्द है कि इस भुलावे में आ जाती है। आप लोग बताइए कि झारखंड को अलग करने को लेकर जिन लोगों ने लड़ाई लड़ी, क्या वहां एसटी समाज की स्थिति सुधर गई? वहां तो कुछ सुधरा नहीं, बिहार में जो था वो भी खत्म हो गया। ऐसे में मैं अलग राज्य के पक्ष में नहीं हूं।
देश में जनता इतनी समझदार है, ऐसा नहीं है कि कोई भी नेता और विचारधारा आ कर उन्हें अपने साथ कर ले और लोग दंडवत कर लें: प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने पत्रकारों की स्वतंत्रता पर कहा कि देश में जब कोई व्यक्ति या एक दल जब ज्यादा ताकतवर हो जाएगा, चाहे वो मीडिया हो, इलेक्शन कमीशन हो या लोकतंत्र हो उसपर दबाव रहेगा ही रहेगा। देश ने ये दौर इंदिरा गांधी के जमाने में भी देखा है। देश ने ये दौर राजीव जी के जमाने में भी देखा है और अब मोदी जी के जमाने में भी देख रहे हैं। अगर, आप कांग्रेस के समर्थक हैं या मोदी विरोधी हैं तो आप कहेंगे ईडी-सीबीआई के छापे और प्रेस की स्वतंत्रता खराब है, ऐसा पहले नहीं होता था। अगर, आप भाजपा के समर्थक से पूछिएगा तो वो कहेंगे कि इंदिरा गांधी के समय इससे भी खराब स्थिति थी। सच्चाई ये है कि जब भी देश में कोई एक दल इतना मजबूत हो जाए तो इस तरह की बातें सुनने को मिलती हैं। लेकिन, मेरा अपना मानना है कि देश में जनता इतनी समझदार है और ऐसा देश में नहीं है कि कोई भी नेता और विचारधारा आके उन्हें अपने साथ कर ले और लोग दंडवत कर लें। ऊपर के लोग दंडवत कर सकते हैं, सामान्य लोग दंडवत नहीं कर सकते।
प्रशांत किशोर ने 8.8 किलोमीटर तक की पदयात्रा
प्रशांत किशोर ने सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड में कुल 8.8 किलोमीटर तक पदयात्रा की। इस दौरान वे 3 पंचायतों के 6 गांवों में गए। सीटानाबाद के बैंक ऑफ बड़ौदा से पदयात्रा शुरू कर वे सीटानाबाद दक्षिणी पंचायत, चौक बाजार, राजा चौक, हटिया चौक, कुमेदन टोला, सोनबरसा कचहरी से होते हुए बजरंग बली मंदिर सोनबरसा कचहरी से खादगपुर चौक, सोनबरसा कचहरी चौक, पछतौल दुर्गा मंदिर, हरिपुर बजरंगबली मंदिर, हरिपुर दुर्गा मंदिर से अमरपुर, महंत मिट्ठू दास हाई स्कूल मैदान अमरपुर तक गए, यहीं रात्रि विश्राम किया।