उप विकास आयुक्त नालंदा श्री वैभव श्रीवास्तव द्वारा हरदेव भवन सभागार में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा की गई।
सबसे पहले कोविड टीकाकरण की जानकारी ली गई।द्वितीय डोज के टीकाकरण में सबसे कम प्रगति वाले 05 प्रभारी,प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से स्पष्टीकरण पूछा गया,तथा आशा/ए एन एम से ड्यू लिस्ट शेयर करते हुए टीकाकरण के लगातार फॉलोअप करने का निदेश दिया गया। पोलियो मुक्त अभियान के मद्दे नजर वर्ष 2022 में 40 कन्फर्म केस आने पर खेद व्यक्त किया गया तथा इसके प्रभावी नियंत्रण हेतु WHO एवम अन्य संस्थानों की मदद से प्रत्येक केस की समीक्षा करने का निदेश दिया गया। डिप्थीरिया/पर्टुसिस के वर्ष 2022 में 13 केस सामने आने पर भी चिंता जाहिर की गई तथा सभी प्रभारी को निदेश दिया गया कि वे इसका नियमित रिपोर्टिंग करते रहें। Tubectomy/Interval mini lap की भी समीक्षा की गई।कई प्रखंडों से डाटा अपलोड नहीं होने के कारण अपेक्षित प्रगति नहीं स्पष्ट हो सकी।उप विकास आयुक्त ने सभी प्रभारी से डाटा को कमिटी से जांच कराकर एंट्री कराने का निदेश दिया। मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत उपयोग में लाए गए आतुर वाहनों(एंबुलेंस) के मालिकों को भुगतान सुनिश्चित करने के भी निदेश दिए गए।
Maternal Death तथा Neo Natal Death की समीक्षा के क्रम में निदेश दिया गया कि इसके कारणों की जानकारी प्राप्त करें ताकि ऐसी मृत्यु की घटना को रोका जा सके। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि अभी भी कई चिकित्सकों द्वारा इंजुरी रिपोर्ट ऑनलाइन जेनरेट नहीं किया जा रहा है।उप विकास आयुक्त ने निर्देश दिया कि शत-प्रतिशत इंजुरी रिपोर्ट ऑनलाइन जेनरेट हो तथा सिविल सर्जन इसे सुनिश्चित करवाएं।