धार्मिक पर्यटन नगरी राजगीर के महाभारत काल के सदियों से उपेक्षित ऐतिहासिक, पुरातात्विक धरोहर सिद्धनाथ मन्दिर के विकास की कवायद अब विभागीय स्तर पर शुरू हो गयी है।बीते सोमवार को सावन मास की तीसरी सोमवारी के दिन ही मगध सम्राट जरासंध द्वारा स्थापित सिद्धनाथ मन्दिर के विकास की कवायद प्रशासनिक स्तर पर आरंभ हो गयी है।अखिल भारतीय जरासंध अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महासचिव एवँ समाजसेवी श्याम किशोर भारती द्वारा सिद्धनाथ मन्दिर के सौंदर्यीकरण, संरक्षण एवं विकास हेतु माननीय मुख्यमंत्री के प्रधानसचिव,पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव को दिए गए अनुरोध पत्र के आलोक में सरकार द्वारा यह कार्रवाई की गई है।पर्यटन विभाग के विशेष सचिव के निर्देश पर पर्यटन निगम के प्रबंध निदेशक एवँ जिलाधिकारी नालंदा को विभागीय समन्वय स्थापित कर वैभारगिरी पर्वत पर अवस्थित सिद्धनाथ मंदिर के स्थल निरिक्षण की पूर्ण विवरणी, नक्शा, अनापत्ति प्रमाण पत्र का प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा गया था।
विभागीय निर्देश पर सोमवार को बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के कार्यपालक अभियंता धनंजय नारायण,सहायक अभियंता अरुण कुमार के अलावे राजगीर अंचलाधिकारी संतोष कुमार चौधरी,राजस्व कर्मचारी संजय कुमार सिन्हा एवँ वन विभाग के कर्मी एवँ आवेदन कर्ता श्याम किशोर भारती की उपस्थिति में सिद्धनाथ स्थल का निरीक्षण किया गया। पर्यटन निगम के कार्यपालक अभियंता धनंजय नारायण ने बताया कि विभाग के निर्देश पर सिद्धनाथ का स्थल निरीक्षण किया गया है। परिसर में पर्यटको के लिए बुनियादी सुविधाओं में विस्तार के साथ पर्यटन के संरचना में विकास के विभिन्न बिंदुओं पर रिपोर्ट सौंपी जाएगी। अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महासचिव श्याम किशोर भारती ने बताया कि विभागीय टीम को सिद्धनाथ मन्दिर के छत की मरम्मती, मन्दिर का जीर्णोद्धार, पर्यटको के सुविधा के लिए वैभारगिरी पर्वत पर रोपवे का निर्माण, यात्री शेड,सिटिंग बेंच,सोलर लाइट,पानी की आपूर्ति, शौचालय,पार्क का निर्माण, जरासंध चबूतरा पर रेलिंग,पर्वत पर तिंरगा ध्वज अधिष्ठापन सहित पर्यटको के हित मे अनेक प्रकार के विकास के कार्यो के लिए अवगत कराया गया है
जिसको पर्यटन निगम की टीम द्वारा सूचिबद्ध किया गया है।उन्होंने कहा कि महाभारत काल के इस ऐतिहासिक धरोहर के विकास की संभावना जगी है ।यदि वैभारगिरी पर्वत पर पर्यटको के हित मे बुनियादी सुविधाओं में विस्तार होता है तो इस पर्वत पर धार्मिक पर्यटन में काफी विकास होगा। विभागीय अधिकारियों के द्वारा स्थल भ्रमण के क्रम में स्थानीय समाजसेवी प्रदीप मालाकार, नागेंद्र नाथ सिन्हा,मिलन सिंह,संजीव कुमार बिट्टू,विपिन झा,संजय कुमार,वीरू कुमार,वनकर्मी अर्जुन कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे।