कतरी सराय प्रखंड के कटौना गांव में अति पिछड़ा दलित एवं अल्पसंख्यक संघर्ष मोर्चा के तत्वाधान में मनाई गई इस अवसर पर अति पिछड़ा दलित एवं अल्पसंख्यक संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामदेव चौधरी एवं प्रदेश अध्यक्ष तथा संस्थापक बलराम सब ने संयुक्त रूप से कहा कि काशीराम जी का जन्म 15 मार्च 1934 को पंजाब के रविदासिया परिवार के रोपड़ जिला के खाबसपुर गांव में हुआ था। वे भारतीय राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक थे। उन्होंने भारतीय वर्ण व्यवस्था में बहुजनों के राजनीतिक एग्रीकरण तथा उत्थान के लिए कार्य किया। इसके अंत में उन्होंने दलित शोषित संघर्ष समिति(डीएसएसएसएस) 1971 में अखिल भारतीय पिछड़ा और अल्पसंख्यक समुदाय कर्मचारी महासंघ (बामसेफ) और 1984 में बहुजन समाज पार्टी ( बसपा) की स्थापना कीव बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक और अध्यक्ष 1984 से 1994 तक रहे। उनके बारे में यह कहा जाता है कि भारत में अंबेडकर अगर जिंदा है तो इसका पूरा श्री काशीराम को ही जाता है उन्होंने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मृत्यु के बाद बहुजन आंदोलन को पैदा हुए शून्य को खत्म करके बहुजन आंदोलन को फिर से जीवित किया था। इन्हीं का देन है कि उत्तर प्रदेश के सुश्री मायावती को चार बार मुख्यमंत्री बने । इस मौके पर होरीली दास सुखदेव दास श्री दास हरिचरण दास रंजन दास रामेश्वर दास बुंदेल दास परमेश्वर दास रंजीत दास भूषण दास सिद्धेश्वर दास रामनंदन पासवान प्रदीप दास दीपू मांझी राजेश दास पिंटू रविदास की नाम है परमेश्वर रविदास कालेश्वर रविदास झालो देवी चुनचुन कुमार रवि कुमार राजीव कुमार अमरजीत कुमार विवेक कुमार आज श्लोक कुमार लालू कुमार दिलीप कुमार कन्हैया कुमार भीम कुमार हिमांशु कुमार अरुण कुमार आदि लोगों उपस्थित थे।
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