बिहारशरीफ शहर भारत सरकार के द्वारा कुछ ही वर्ष पूर्व “स्मार्ट सिटी” के लिए चयनित किया गया है परन्तु विगत कई वर्षों में शहर के मूलभूत संरचना, व्यवस्था और शहरी जरूरतों पर कोई खास प्रगति देखी गयी है और न ही संतोषजनक कार्य नगर निगम के कर्मचारियों के द्वारा निष्पादित ही हो पाता है जिस कारण से साधारण जनता में काफी ज्यादा चिंता है और वे बेवस भी महसूस करते हैं, जबकि नगर निगम, बिहारशरीफ,उनकी टीम और सरकार निरंतर बढ़चढ़ कर अपनी उपलब्धियों को कई माध्यमों से जताते या दर्शाते रहे हैं I आज दिन में कुछ मिनटों की ही वर्षा में शहर की नाली- बिहारशरीफ शहर के मुख्य व्यवसायिक क्षेत्र ” सोहसराय” इलाके के कटहल टोला , वार्ड नं. ०४ में आज दोपहर जब महज 30-35 मिनट की बारिश हुई तब संपूर्ण महल्ला बारिस – नाली पानी और कीचड़ से जलमग्न हो गया I इतना ही नहीं पूरे महल्ले में जो जो मकान पुराने बने हैं, उन मकानों या घरों में नाली का गंदा पानी, मल- मूत्र और अन्य कई प्रकार की गंदगियां, बहुत ज्यादा मात्रा में नाली का कीचड़ आदि मकानों के संपूर्ण निचले तल के समस्त निवास – कक्ष, आंगन, मुख्य प्रवेशद्वार में घुस गए I कई घर पुराने होने के कारण से चुकि वो गारा- मिट्टी के दीवारों से बने हैं, के गिर जाने की संभावना या आशंका बन गयी है I पूरे महल्ले में अचानक कुछ दिनों से ही बाढ़- सा दृश्य देखने को मिल रहा है जबकि अभी वर्षा- ऋतु का आगमन ही हुआ है… इसके तीन महीने का समय घोर चिंतनीय विषय है I इसके अलावे पूरे घर की सफाई में घंटों बेवजह कठिन परिश्रम और कुछ बहुमूल्य चीजों की हानि यथा पानी, बिजली और शारीरिक ऊर्जा भी बहुत बड़ी हानि साबित हो रही है Iसाथ ही यह समस्या और सफाई नित्य दिन का दिनचर्या बन गया है I
अनजान, भयावह और अनहोनी घटनाओं के घटित होने का डर मकान में रहने वाले से लेकर सामान्य जनता तक को है I जान- माल की हानि से पूर्व की आशंका से नगर निगम को भी रूबरू होना पूरे महल्ले
इतना ही नहीं ढलाई वाली सड़क को बीच से काटकर सरकार की नल- जल – कल योजना के तहत इसी महीने ही १२”-१४” का मोटा पाईप डाला गया है जिससे महल्ले में पूर्व से बने तीन ढलाई के पुल भी ध्वस्त हो चुका है और उन पुलों का मलवा पानी के पाईप डाले जाने के क्रम में, उसी पुल के अंदर ही छोड़ दिया गया जिससे नाली का पानी ठीक से निकल भी नहीं रहा है I उन पुलों के निर्माण में सरकार के कई लाख भी खर्च हुए थे पर न तो अब आम जनता ही चैन से है न ही व्यवस्था ही ठीक है I पुल के टूट जाने से खतरनाक गड्डे भी बन गए हैं
जिससे दिन या रात्रि कभी भी वाहन दुर्घटना हो सकती है I अगर अभी ध्यान नहीं दिया गया तो सड़क मरम्मत कर समस्या वैसे ही छोड़ दी जाएगी जिससे सामान्य नागरिक परेशान ही सदैव रहेंगे I गंदे पानी का निकास इन पुलों तथा अन्य कुछ कारणों से नहीं होने के कारण कई प्रकार की गंदगियां, नाली का की अभी “करोना” जैसी वैश्विक बीमारी जो “वायरस” या यूं कहें तो संक्रमण की वजह से फैलने वाली भयानक बीमारी का प्रकोप पूर्ण रूप से खत्म भी नहीं हुआ है तथा वर्षा श्रृतु के महज दो दिन ही हुए हैं और पूरा महल्ला बारिस के होने के डर से आक्रांत है जबकि समस्याएं तो साथ- साथ अनेकों हैं जैसे नाली की गंदगी, कीचड़ , मल- मूत्र आदि का बदबू… बी इस बड़ी समस्या से वर्तमान वार्ड आयुक्त भी अब तक रूबरू नहीं हैं और न ही उनकी पूर्व से ही चली आ रही कोई चिंता ही है तथा सामान्य नागरिक भी आगे बढ़ नहीं पाते हैं I जो लोग कष्ट भोग रहे हैं, शहर और स्मार्ट सिटी का नाम के शहर , मीडिया के इस माध्यम से नगरनिगम, बिहारशरीफ के आयुक्त, आला – अधिकारियों और कर्मचारियों का ध्यानाकर्षण किया जा रहा है ताकि कुछ ही वर्ष पूर्व” पटना” महानगर जैसी अनहोनी वाली घटना,भयानक बाढ, असामयिक मृत्यु और जान- माल की हानि से बचा जा सके Iशहर के मजबूर नागरिक बनकर जीने को विवश हैं I