महात्मा गांधी की 75 वीं पुण्यतिथि के मौके पर पूरा देश बापू को याद कर रहा है। 30 जनवरी को 1948 को नाथूराम गोडसे ने बापू को गोलियों से छलनी कर दिया था । महात्मा गांधी आज भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके विचार और कर्म अमर है। इस दिन को शहीदी दिवस के तौर पर याद किया जाता है।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 75 वी पुण्यतिथि के मौके पर जाने-माने समाजसेवी तथा सद्भावना मंच (भारत)के संस्थापक दीपक कुमार ने सद्भावना निवास में एक दिवसीय उपवास रखा।
उपवास के क्रम में मीडिया से अपनी बात साझा करते हुए समाजसेवी दीपक कुमार ने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय एकता और शांति , सद्भावना के महान दूत थे। वे सर्व धर्म प्रार्थना करते थे । और लोगों को सभी धर्म के प्रति प्यार करने की सलाह देते थे । इसलिए सभी धर्म के लोग उनसे प्यार करते थे।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में देश की हालत ठीक नहीं है । सांप्रदायिक फासीवादी ताकते हावी है। हम सभी को मिलजुलकर सांप्रदायिक तत्वों को जवाब देना होगा। इस देश का युवा वर्ग देश की एकता को मजबूत बनाए रखेंगे। सद्भावना मंच के संस्थापक ने कहा कि गांव-गांव में नौजवानों को संगठन से जोड़ा जाएगा और उन्हे राष्ट्रीय एकता ,शांति एवं सद्भावना के प्रति जागरूक किया जाएगा।
महात्मा गांधी की 10 मुख्य बातों पर यदि हम गौर करें तो हम सभी का जीवन बदल सकता है।
1. खुद में वो बदलाव लाइए, जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं।
2. मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है। सत्य मेरा भगवान है, अहिंसा उसे पाने का साधन
3. प्रेम दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति है और फिर भी हम जिसकी कल्पना कर सकते हैं उसमें सबसे नम्र है। जहां प्रेम है वहां जीवन है।
4. व्यक्ति की पहचान उसके कपड़ों से नहीं बल्कि उसके चरित्र से की जाती है।
5. नारी को अबला कहना अपमानजनक है। यह पुरुषों का नारी के प्रति अन्याय है।
6. ताकत शारीरिक शक्ति से नहीं आती है, यह अदम्य इच्छाशक्ति से आती है।
7. खुद को खोजने का सबसे अच्छा तरीका है, खुद को दूसरों की सेवा में खो दी।
8. कोई काम करने से पहले विचार कीजिए, अगर आप सही राह पर हैं तो सफलता आप की है।
9. एक विनम्र तरीके से, आप दुनिया को हिला सकते हैं।
10. मैं मरने के लिए तैयार हूं, पर ऐसी कोई वजह नहीं है जिसके लिए मैं मारने को तैयार हूं।