धान रोपाई का समय शुरू होने के साथ ही उर्वरक की कालेबाजारी पर रोक लगाने के लिए विभागीय पहल शुरू कर दी गई है। शिकायत दर्ज करने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित करने के साथ-साथ क्षमता से अधिक उर्वरक बिक्री करने वाले टॉप-20 दुकानदरों की जांच भी तेजी से की जा रही है। डीएओ संजय कुमार ने बताया कि इस वार स्टॉक का गहन जांच करने का निर्देश दिया गया है। जिस दुकान में पॉश मशीन के अनुसार स्टॉक ज्यादा रहा तो सीधा दुकान को सील करने का निर्देश दिया गया है। अगर किसी दुकान में पॉश मशीन के अनुसार ज्यादा उर्वरक पाया जाता है तो निश्चित रूप से वह कहीं न कहीं कालेबाजारी करेगा। इसलिए सभी जांच टीम को निर्देश दिया गया है कि अधिक स्टॉक रहने पर सबसे पहले दुकान को सील करें, इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों को कम युरिया देकर अधिक ब्रिक्री का रिपोर्ट अपलोड करने वाले अब तक तीन दुकानदरों पर कार्रवाई की गई है। भवानी खाद भंडार अस्थावां एवं उमेश बीज भंडार दीपनगर पर पूर्व में ही रजिस्ट्रेशन निलंबित करते हुए दुवारा स्पष्टिकरण की मांग की गई है। वहीं तीसरा बासमती खाद भंडार सरमेरा का भी रजिस्ट्रेशन निलंबित करते हुए स्पष्टीकरण की मांग की गई है।
डीएओ ने बताया कि पॉश मशीन से बिक्री किए जाने के कारण दुकानदरों की हरकत सीधा मुख्यालय को मिल रही है। यही कारण है कि प्रत्येक सीजन में क्षमता से अधिक युरिया बेचने वाले दुकानदरों पर कार्रवाई हो रही है। बासमती खाद भंडार द्वारा अपने परिवार के नाम पर ही 162 बोरा यूरिया बेच दिया गया है। मुख्यालय से मिली रिपोर्ट के बाद जब जिला स्तरीय अधिकारी से जांच की गई तो सही पाया गया। फिलहाल रजिस्ट्रेशन निलंबित कर दिया गया है और एक महिने तक अगर संतोषजनक जबाव नहीं मिला तो निबंधन रद्द करते हुए आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कृषि कार्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम में किसानों की शिकायते आनी शुरू हो गई है। अब तक चार किसानों ने शिकायत दर्ज किया है। सभी किसानों की एक ही शिकायत है कि निर्धारित दर से अधिक किमत पर उर्वरक दिया जा रहा है। डीएओ ने बताया कि प्राप्त शिकायतों में 3 गलत और एक सही पाया गया है। शिकायत के अलोक में जांच रिपोर्ट के आधार पर निश्चलगंज स्थिति एक दुकान पर कार्रवाई की गई है।