बिहार अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ की जिला शाखा-नालंदा की बैठक शुक्रवार को चंडी प्रखंड स्थित मध्य विद्यालय उत्तरा में संघ के जिलाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में शिक्षक हित में कई विषयों पर गम्भीर चर्चा की गयी।
बैठक में उतरा मध्य विद्यालय के छात्राओं ने स्वागत गीत गाकर स्वागत किया और सभी उपस्थित लोगों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।
बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में शिक्षक संघ के पूर्व महासचिव मो. तस्लीमुद्दीन, विशिष्ट अतिथि संघ के पूर्व उपाध्यक्ष हरेन्द्र चौधरी, प्रदेश सचिव सुजीत कुमार तथा अतिथि राज्य परिषद् सदस्य राकेश बिहारी शर्मा उपस्थित थे।
अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा ने कहा कि इन दिनों शिक्षा विभाग कार्यालय दलालों का अड्डा बना हुआ है। जिले में चल रही योजनाओं में कमीशनखोरी चरम पर है। सीएफएमएस द्वारा समग्र शिक्षा अंतर्गत समग्र विद्यालय अनुदान की राशि की निकासी में प्रखंड स्तर से किसी भी विद्यालय को मेकर और चेकर का पासवर्ड उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है और नाही विद्यालय को प्राप्त राशि की जानकारी उपलब्ध कराई जाती है। जिले में संचालित प्रधानमंत्री कौशल योजना में भी सगे संबंधियों को भिंडर बनाकर कर्मियों द्वारा लूट की जा रही है। उन्होंने कहा शिक्षकों की हर समस्याओं के निदान के लिए संघ प्रतिबद्ध है। शिक्षकों के हितों की रक्षा के लिए सारी शक्ति झोंक दी जाएगी। नियोजित शिक्षकों को हक दिलाने के लिए बिहार अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ नालंदा हमेशा संघर्षशील रही है।
बैठक में राज्य परिषद् सदस्य राकेश बिहारी शर्मा ने कहा कि प्रारंभिक स्कूलों के सहायक शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों को एमएसीपी (मोडिफाइड अस्योर्ड कैरियर प्रोग्रेशन स्कीम) 2010 के तहत वित्तीय लाभ दिया जाना है। इस स्कीम के तहत शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों को भी दूसरे राज्य व जिले के कर्मी की तरह नालंदा में 10, 20 और 30 वर्ष की सेवा पूरी होने पर पहले, दूसरे व तीसरे ग्रेड पे में बढ़ोतरी की जानी है। इसमें 4200 रुपये से लेकर 5400 रुपये तक की वृद्धि होगी। जो शिक्षा विभाग शिक्षकों को उचित एमएसीपी का लाभ देने में आनाकानी कर रही है। उन्होनें कहा कि यदि शिक्षा विभाग शिक्षकों की मांग को पूरा नहीं करती है, तो शिक्षक युद्ध स्तर पर आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा।
संघ के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष हरेंद्र चौधरी ने कहा कि बिहार अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ शिक्षकों के अपनी सभी मांगों को लेकर आन्दोलन करना चाहिए, जिससे संघ मजबूत और सक्रिय रह सके, मैं हमेशा संघर्ष करता रहा हूँ और आपके साथ संघर्ष को उचाई तक ले जाउंगा।
राज्य सचिव सुजीत कुमार ने शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर गहरी चिंता जताई। कहा योजनाओं में कमीशन खोरी का खेल चरम पर है।
जिला सचिव के रिक्त पद पर आम सहमति से विवेकानंद सविता का चयन किया गया।
मौके पर नव चयनित जिला सचिव विवेकानंद सविता ने कहा कि शिक्षक संघ हमेशा अपने आंदोलनों के द्वारा अपनी मांगों को मनवाया है, तथा संघ शिक्षकों की सक्रियता व सहयोग से संघ हमेशा संघर्षों के बदौलत ही सभी समस्याओं पर विजय प्राप्त किया है और आगे भी करता रहेगा।
मौके पर बैठक के मुख्य अतिथि पूर्व महासचिव मो. तस्लीमुद्दीन ने अपने सम्बोधन में कहा कि शिक्षा विभाग आये दिन शिक्षकों को तंग-तवाह करने में लगी हुई है। नियमानुसार उचित प्रोन्नति से बंचित शिक्षकों को प्रधानाध्यापक के पदों पर प्रोन्नति नहीं देने पर गम्भीर चर्चा की, साथ ही साथ जिला शिक्षा कार्यलय का मनमानी पूर्ण रवैये पर चिता व्यक्त किया। विभाग समय-समय पर शिक्षक व शिक्षा विरोधी नियम लागु कर के शिक्षकों को भयादोहन करती रहती है। जिससे शिक्षकों का मनोबल टूटता है। उन्होनें कहा कि प्रखंडों में संघ का चुनाव जल्द कराकर जिला चुनाव कराया जाय ताकि संगठन सशक्त हो सके। युद्ध स्तर पर संघ अधिक से अधिक शिक्षकों को सदस्य बना कर संघ को सक्रिय और मजबूत करना चाहिए।
बैठक में जिला संयुक्त सचिव शिशिर कुमार सिन्हा, कोषाध्यक्ष डॉ. रामाधीन सिंह, उपाध्यक्ष सुधीर प्रसाद, आलोक कुमार, मनोज कुमार, सतीश प्रसाद, सुनील कुमार, अरुण कुमार, संजय कुमार, अनिल कुमार, अवधेश कुमार, अनिल रजक, प्रेम कुमार, कार्यालय सचिव बृजु लाल, कुमार श्यामल मिक्की, सुमन कुमार निराला, प्रवीण कुमार, राजाराम प्रसाद व अन्य शामिल थे।