भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के द्वारा सात दिवसीय हस्तकला प्रदर्शनी का आयोजन राजगीर आरडीएच उच्च विद्यालय के प्रांगण मंगलवार से प्रारम्भ हुआ। कार्यक्रम का उदघाटन राजगीर अनुमण्डल पदाधिकारी संजय कुमार एवं वस्त्र मंत्रालय के सहायक निदेशक बी के झा ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उदघाटन भाषण में एसडीओ संजय कुमार ने कहा कि जीवनदायनी ग्रामीण संस्थान के द्वारा आयोजित हस्तकला प्रदर्शनी में अनुसूचित जाति के शिल्पकारों के द्वारा अद्भुत,आकर्षक कला का अनूठा प्रदर्शन किया गया है।उन्होंने कहा की हस्तशिल्प के सम्बंधित कलाकारों को ऐसे आयोजनों में बाजार उपलब्ध हो पाता है,जहां वे अपने कलात्मक उत्पादों की प्रदर्शन के साथ बिक्री भी कर पाते हैं। गांवो में अनेकानेक ऐसे कलाकार है जिनका सर्वे होना चाहिए ताकि अन्य लोग भी कलाकारों से प्रेरणा ले सके और उनका मनोबल बढ़ते रहे।उन्होंने कहा कि बहुत पहले संस्था के लोगो ने आवेदन देकर प्रदर्शनी लगाने की अनुमति मांगी थी लेकिन कोरोना के गाइडलाइन के वजह से इन्हें विलम्ब से अनुमति दिया गया। सहायक निदेशक बी के झा ने कहा कि सात दिवसीय प्रदर्शनी में कलाकार अपने हस्तशिल्प का प्रदर्शन कर रहे हैं।
भारत सरकार के मंत्रालय के द्वारा प्रशिक्षण के माध्यम से रोजगार पैदा किये जा रहे हैं।कला के प्रदर्शन को निखार कर उनलोगों को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। नगर कार्यपालक पदाधिकारी शशिभूषण प्रसाद ने कहा कि सात दिवसीय प्रदर्शनी में स्थानीय लोग की अहम भूमिका है।रोजाना उपयोग से सम्बंधित घरेलू उपयोगी वस्तु काफी आकर्षक कीमत में उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि नगर कर्मियों को प्रदर्शनी स्थल पर साफ सफाई के लिए विशेष दिशा निर्देश जारी किया गया है।प्रदर्शनी के उदघाटन के साथ ही लाओं,बच्चे,बच्चियां उत्पादों को खरीदते नज़र आये। प्रदर्शनी में महिलाओं की साड़ी, हार,सलवार सूट,पीतल की वस्तुएं,खादी का कुर्ता,पैजामा,पत्थर की तराशी हुई मूर्तियां,बच्चों के खिलौने और टैडीवीयर लोगो के आकर्षण का केंद्र रहा।इस अवसर पर जदयू नेता ई निरंजन सिंह,संस्थान की सचिव मीणा देवी,अमर ज्योति प्रकाश,वार्ड पार्षद सावित्री देवीभाजपा नेता विपिन कुमार झा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।