राजगीर:- सर्व धर्म सम्भाव की नगरी राजगीर में आज रविवार को संत निरंकारी मिशन ब्रांच राजगीर के द्वारा साप्ताहिक सत्संग का आयोजन चंद्रवंशी सेवा सदन के प्रांगण में किया गया। इस मौके पर सेवादल संचालिका बहन अनिता गुप्ता ने कहा कि बाबा हरदेव सिंह जी महाराज जी कहा करते थे प्रेम वो है जो पपीहा स्वाति बून्द से करता है,
जो भंवरा फूलों से करता है। मानव मात्र से प्यार करना ही सतगुरु हमें सिखाते हैं उन्होंने आगे कहा कि प्रेम की बात हो और हम मीराबाई को भूल जाए ऐसा नहीं हो सकता मीराबाई श्री कृष्ण जी के प्रेम में इतने दीवाने थे कि उन्हें संसार की कोई शुद्ध बुध नहीं रहती थी प्रेम हो तो मीरा- कृष्ण जैसा सबरी – श्री राम जैसा, आज समय के सतगुरु माता सुदीक्षा जी के चरणों में यही अरदास है कि आप हमें भी प्रेम वाली वही भावना भर दो जो आप हमें भरना चाहते हो प्रेम से सामने वाले व्यक्ति के मन में पल रही नफरत वाली भावना भी प्रेम में परिवर्तित हो जाती है। प्रेम बांटने या फैलाने से काम नहीं होता बल्कि और बढ़ता जाता है, हम अगर किसी को थोड़ा सा भी प्रेम देते हैं तो यह हमें कई गुना बढ़ाकर वापस मिलता है लेकिन इसके लिए पहले हमें इन गुण को अपनाना होगा तभी यह संभव होगा, हम किसी को वही चीज देंगे जो हमारे पास होगी अगर वह नहीं होगी तो हम उसे कैसे किसी को दे पाएंगे, प्रेम हमें सतगुरु के दर पर आकर मिलता है यहां संत जन इतना प्रेम करते हैं कि एक दूसरे के लिए हां जी की ही भावना हमेशा उनके मनों में रहती है और यह सब देखकर मन में एक अलग ही अनुभूति का वास होता है।
इस अवसर पर मुखी महात्मा रामविलास प्रसाद, सेवादल संचालक भीम चौधरी, शिक्षिका रेखा बहन जी, एकाउंट महात्मा बंगाली राजवंशी जी, सेवादल मुकेश महात्मा , मुनि महात्मा जी, सुनीता बहन , निर्मला बहन, केदार महात्मा,जगेशर महात्मा, फूटो बहन, सुरेश महात्मा , अरुण महात्मा, उर्मिला बहन जी सहित सैकड़ों महिला पुरुष श्रद्धालु उपस्थित थे