इनरव्हील क्लब बिहारशरीफ के सहयोग से कमरुद्दीन गंज स्थित राजकीय कन्या उच्च मध्य विद्यालय में मंगलवार को सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन और निष्पादन मशीन लगाई गई। मुख्य अतिथि के रुप में विद्यालय की प्रिंसिपल नीतू रानी एवं इनरव्हील पूर्व अध्यक्ष नीरजा कुमारी थी। पूर्व अध्यक्ष नीरजा कुमारी ने बताया कि देश में सेनेटरी नैपकिन का मुद्दा महिलाओं के लिए हमेशा महत्वपूर्ण रहा है। महिलाएं इसका इस्तेमाल नहीं करने के कारण कई बीमारियों का शिकार हो जाती हैं। उन्होंने बताया महावारी छात्राओं की पढ़ाई और जीवन में बाधा न बने इसीलिए विद्यालय में वेल्डिंग मशीन लगाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि यह मशीन लगाने से बालिकाओं का हाइजीन संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान हो सकेगा एवं अन्य परेशानियां जो उन्हें विद्यालय में मासिक धर्म के बीच आती हैं उससे छुटकारा भी मिलेगा और वह अपनी पढ़ाई पर ध्यान दे पाएंगी। वहीं प्राध्यापिका नीतू रानी मशीन लगने पर अपनी खुशी जताई। मौजूद इनरव्हील की अध्यक्ष मंजू प्रकाश ने बताया कि यह दुर्भाग्य है कि आज भी कई इलाकों में महावारी के वक्त बालिकाओं को स्कूल जाने या दैनिक कामकाज में रोक लगा दी जाती हैं। इनरव्हील डिस्टिक गोल SHEROES के हेल्थ हाइजीन के सेक्टर के अंतर्गत यह मशीन लगाने के साथ इनरव्हील यह संदेश भी देना चाहती है कि महावारी के वक्त रोक-टोक के बजाय हम सभी को बालिकाओं के स्वास्थ्य एवं हाइजीन पर ध्यान देना चाहिए।
अंततः स्त्री शक्ति के अंतर्गत इनरव्हील द्वारा सुप्रिया नामक एक लड़की को अपना रोजगार चलाने के लिए एक सिलाई मशीन प्रदान करवाई गई। सुप्रिया रोटरी सहेली सेंट्रल से सिलाई का कोर्स पूर्ण कर चुकी है एवं अब वह अपना घर चलाने के लिए अपने परिवार का हाथ बटाना चाहती है। इनरव्हील सचिव रश्मि दास ने बताया कि इनरव्हील हमेशा महिला उत्थान के लिए कार्यरत है। एवं इस वर्ष इनरव्हील के डिस्ट्रिक्ट गोल में स्त्री शक्ति पर विशेष ध्यान दिया गया है। जिसके अंतर्गत हम महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं आत्मविश्वासी बनने के लिए प्रेरित करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारा क्लब सदैव जरूरतमंद महिलाओं की मदद करने के लिए तैयार रहता है और हमारा एकमात्र उद्देश्य है के ज्यादा से ज्यादा महिला अपने पैरों पर खड़े हो आत्मनिर्भर बन सके। मौके पर सचिव रश्मि दास, एडिटर शोभा रानी, डॉ प्रीति रंजना, जयारानी,सुमन भारती, अमिता रानी, पूनम कुमारी आदि मौजूद थे।