अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर सद्भावना मंच (भारत) के द्वारा सोहसराय स्थित श्री हिंदी पुस्तकालय में प्रगतिशील समाज में नारी की महत्ता एवं भूमिका विषय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया l कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन प्रो. पुष्पलता कुमारी, पर्वतारोही प्रिया कुमारी एवं विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित डॉ. आशुतोष कुमार मानव तथा समाजसेवी दीपक कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया lइस मौके पर संगोष्ठी को संबोधित करते हुए प्रोफेसर पुष्प लता कुमारी ने कहा कि महिलाएं आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है lमहिलाएं अपने संघर्ष की बदौलत प्रगतिशील समाज में अपना योगदान दे रही हैl संगोष्ठी की अध्यक्षता साधना कुमारी ने कीl, पर्वतारोही प्रिया ने महिलाओं को सशक्त होने का आवाहन किया lऔर वही मौके पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. आशुतोष कुमार मानव ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का आवाहन किया
और कहा कि दहेज प्रथा जैसी बुराइयों को जड़ से उखाड़ फेंक देंl समाजसेवी दीपक कुमार ने कहा कि महर्षि रमण ने नारी की सौंदर्य एवं औदात्य का समाकलन करते हुए कहा है पति के लिए चरित्र, संतान के लिए ममता, समाज के लिए शक्ति और विश्व के लिए दया, जीवन मात्र के लिए करुणा संजोने वाली महा प्रकृति का नाम ही नारी हैl नर और नारी एक ही आत्मा के दो रूप हैं लेकिन इनमें से किसी ने उसे मानव नहीं माना है lसदियों से स्त्री का जीवन पुरुष निर्भर और पुरुष सापेक्ष रहा हैl शोषित वर्ग में भी स्त्री निकृष्ट शोषित रही हैl समाज के कतिपय चतुर लोगों ने उसे व्यक्ति नहीं वस्तु का दर्जा दे डाला l पुरुष सत्ता आज भी हावी हैl कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने दहेज प्रथा, बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों पर करारा प्रहार किया और महिलाओं ने गंदे गानों का विरोध किया और सामूहिक रूप से निर्णय लिया कि गंदे गानों का प्रचलन बंद होl सामाजिक कुरीतियों एवं गंदे गाने के खिलाफ सद्भावना मंच (भारत) जन जागरण अभियान चलाएगीl कार्यक्रम में सेव द चिल्ड्रन के जिला समन्वयक रवि कुमार ने दहेज प्रथा एवं बालविवाह संबंधित कानून पर विस्तार से प्रकाश डाला वहीं जगत भूषण ने महिलाओं के सशक्तिकरण पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डालाl