Thursday, July 3, 2025
No menu items!
No menu items!
HomeSample Page

Sample Page Title

●शिक्षक कभी सेवानिवृत नहीं होते, समाज को देते हैं हमेशा नई दिशा :●सभी की आंखें हुई नम, फूल माला और अंग वस्त्र देकर किया गया सम्मानित

सच्चिदानंद प्रसाद सेवानिवृत्त शिक्षक को दी गई विदाई

राकेश बिहारी – नूरसराय प्रखंड के मध्य विद्यालय ककड़िया में पदस्थापित शिक्षक सच्चिदानंद प्रसाद सेवानिवृत होने पर विद्यालय के प्रांगण में विदाई समारोह का आयोजन किया गया। समारोह को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्रधानाध्यापक दिलीप कुमार ने सेवानिवृत शिक्षक श्री सच्चिदानंद प्रसाद के कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि वे कई साल तक संकुल संसाधन केंद्र में समन्वयक के पद पर रहे थे। और इस विद्यालय में लगभग 18 वर्षों तक बच्चों को शिक्षा-दीक्षा देने का काम किया है। श्रीप्रसाद के सेवानिवृत होने से सभी की आंखें नम हो रही है।

नम आंखों से दी विदाई

समारोह को संबोधित करते हुए शिक्षक राकेश बिहारी शर्मा ने विदाई समारोह में अपने आप को नहीं रोक पाए और भावुक हो गए। सभी लोगों को जिज्ञासा है कि और कुछ दिनों तक विद्यालय की सेवा में बने रहते। लेकिन सरकार के नियमानुसार सभी को इसका पालन करना है। इसी नियम के अनुसार सच्चिदानंद बाबू आज सेवानिवृत हो रहे हैं। शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होते हैं। सेवाकाल में रहते हुए वह बच्चों को शिक्षा देते हैं। वहीं सेवानिवृत्ति बाद अपने अनुभवों के आधार पर समाज को नई दिशा देने का काम करते हैं शिक्षक। बच्चे जहां राष्ट्र की धरोहर हैं, वहीं शिक्षक राष्ट्र के प्रहरी होते हैं। उन्होंने कहा कि जो शिक्षक का कर्तव्य होना चाहिए वह सभी गुण इनमें मौजूद था। इसी का फल स्वरुप है कि इस विदाई समारोह में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं, शिक्षक, अभिभावक उपस्थित हुए हैं। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत होने का दुख तो मुझे भी हो रहा है। उन्होंने कहा कि सच्चिदानंद बाबू एक ऐसे शिक्षक थे जिन्होंने शिक्षकों के कार्य के लिए प्रखंड संसाधन केंद्र कार्यालय पहुंचकर उनका काम करने के लिए हमेशा तत्पर रहते थे। कई बार विद्यालय के सुधार के कार्य करने में मार्गदर्शन देने का भी काम किया है।

सच्चिदानंद प्रसाद सेवानिवृत्त शिक्षक को दी गई विदाई

फूल माला एवं अंग वस्त्र देकर किया गया सम्मानित

मौके पर शिक्षाविद सुरेंद्र कुमार ने कहा कि बच्चों की पढ़ाई की बात हो शिक्षक को किसी तरह की समस्या हो तो सभी पहलू में अहम भूमिका निभाते रहे। इस विदाई समारोह में उपस्थित लोगों ने सच्चिदानंद प्रसाद जी को फूल माला एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। शिक्षक अरविन्द कुमार शुक्ला ने कहा कि सेवाकाल में रहते हुए शिक्षक समाज का दर्पण होता है। भविष्य की नई राह दिखाने वालों को शिक्षक कहते हैं। शिक्षिका पूजा कुमारी ने सेवानिवृत होने वाले शिक्षक सच्चिदानंद प्रसाद के क्रियाकलापों की प्रशंसा करते हुए कहा कि हम लोगों को विदा ले रहे शिक्षक के क्रियाकलापों से अन्य शिक्षक और छात्रों को प्रेरणा लेनी चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाध्यापक दिलीप कुमार जबकि मंच संचालन शिक्षक जितेंद्र कुमार मेहता ने किया। कार्यक्रम में सेवानिवृत शिक्षक श्री सच्चिदानंद प्रसाद को विद्यालय परिवार की ओर से अंगवस्त्र, चादर, गीता व फूलमाला से सम्मानित किया गया। वहीं शिक्षक मनुशेखर कुमार ने विद्यालय परिवार सहित आगन्तुक अतिथियों का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर प्रखंड संसाधन केंद्र नूरसराय के लेखापाल मो.परवेज आलम, विद्यालय के शिक्षक रणजीत कुमार सिंहा, सुरेश कुमार, विश्वरंजन कुमार, मो. रिज़वान आफ़ताब, मुकेश कुमार, बाल सांसद के प्रधानमंत्री सौरभ कुमार, जौशन कुमार, दिव्या भारती, खुशी कुमारी, सोनम कुमारी, राधिका कुमारी, सोनाली कुमारी, राजवीर कुमार, अर्जुन कुमार, निशांत कुमार, साहिल कुमार, शिवानी कुमारी, लवली कुमारी, आदित्य कुमार, प्रतिमा कुमारी, मोहन कुमार, मुस्कान कुमारी, नीरू कुमारी, काजल कुमारी, आरती कुमारी, चांदनी कुमारी, गुड़िया कुमारी एवं विद्यालय परिवार के सभी लोग उपस्थित रहे।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments