हिलसा ( नालंदा ) बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराई पूरी तरह तभी समाप्त होगी जब समाज का हर तबका जागरुक होगा . ख़ासकर छात्र छात्राएँ अगर संकल्पित होकर अपने अभिभावकों को भी इसके लिए प्रेरित करें तो इस तरह की तमाम कुरीतियाँ जड़ से ख़त्म हो जाएँगी . सोमवार को उत्क्रमित मध्य विद्यालय लालसे विगहा में मानव समाज सेवा सभा द्वारा आयोजित परिचर्चा को सम्बोधित करते हुए ये बातें समाजसेवी डा. आशुतोष कुमार मानव ने कही. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बाल विवाह पर अंकुश लगाने के लिए क़ानून बनाया गया है
लेकिन यह तभी लागू हो पाएगा जब सबलोग मिलकर इसे जन – अभियान का रूप देंगे . शिक्षाविद कमलेश कुमार ने कहा कि इस कुप्रथा पर विराम लगाने के लिए व्यापक स्तर पर जन जागरुकता अभियान चलाने की ज़रूरत है . कई बच्चों ने भी अपने विचार प्रकट करते हुए बाल विवाह के ख़िलाफ़ अपने घर से ही अभियान छेड़ने की वकालत की .मौक़े पर सतीश कुमार, सुशील कुमार केशरी, रवि रंजन कुमार , मधुसूदन प्रसाद , कामिनी कला , ज्योति कुमारी , आरती सिंह, विमला रानी, रेखा कुमारी समेत कई लोग उपस्थित थे .