प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत लंबित आवेदनों को जल्द से जल्द निष्पादित करने हेतु इस्लामपुर नगर पंचायत में बैंकर्स के साथ समीक्षात्मक बैठक किया गया। बैठक में प्रशिक्षु आईएएस सह बीडीओ इस्लामपुर सुमित कुमार, वरीय उपसमाहर्ता (बैंकिंग) नवीन कुमार पांडेय, एलडीएम रत्नाकर झा एवं कार्यपालक पदाधिकारी नवीन कुमार उपस्थित थे। प्रशिक्षु आईएएस सुमित कुमार ने बैंकों को सरकारी योजनाओं के प्रति संवेदनशील होने को कहा तथा स्वनिधि योजना में खराब प्रदर्शन पर खेद व्यक्त किया। उन्होंने नगर निगम बिहार शरीफ की तर्ज पर लगने वाले स्वनिधि शिविर में भाग लेकर आवेदनों को त्वरित निष्पादित करने को कहा। वरीय उप समाहर्ता (बैंकिंग) द्वारा बताया गया कि बैंको द्वारा वेंडरों को वापस लौटा दिये जाने के संदर्भ में निरंतर शिकायतें प्राप्त हो रही थी। साथ ही कार्यपालक पदाधिकारी इस्लामपुर नगर पंचायत के पत्र के अनुसार स्वनिधि योजना में नगर पंचायत इस्लामपुर के 357 वेंडर्स के आवेदनों में 338 आवेदन लंबित है। अंतः नगर निगम बिहारशरीफ की तर्ज पर स्वनिधि शिविर आयोजित कराने का निर्देश दिया गया। एलडीएम ने बैंकर्स को स्वनिधि योजना से संबंधित जानकारी दी जिससे कि आवेदनों पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। स्वनिधि शिविर के माध्यम से सभी वेंडरों का संबन्धित बैंक मे खाता खुलवाया जाएगा। छूटे हुए वेंडरों के पहचान के लिए भी नगर पंचायत को वार्डस्तरीय अभियान चलाये जाने का निर्देश दिया गया। लक्ष्य है कि सभी इच्छुक वेंडरों का इस योजना के तहत मुफ्त आनलाईन आवेदन किया जाये।उपस्थित पदाधिकारियों द्वारा बताया गया कि कोरोना वायरस की वजह से हुए लॉकडाउन में काफी लोगों की नौकरी चली गई तो कइयों के कारोबार चौपट हो गए. ऐसे में आर्थिक रूप से खुद के पैरों पर खड़ा होने के लिए यह एक बेहतरीन योजना है, जिसमे लोन के माध्यम से वेंडर्स स्वरोजगार शुरू कर आत्मनिर्भर बन सकेंगे.
इसके तहत दस हजार रुपये का लोन दिया जा रहा है. इसमें एक साल तक कोई पैसा नहीं देना होता है और एक साल के बाद आसान किश्तों में रकम चुकानी पड़ती है. जिसमें ब्याज दर काफी कम है. साथ ही अगर व्यक्ति समय से यह लोन चुका देता है तो ब्याज पर छूट भी मिलती है. इसके अलावा व्यक्ति भविष्य और बड़े लोन के आवेदन की योग्यता भी प्राप्त कर लेता है.