बिहारशरीफ के मोहल्ला शालूगंज शांति गली स्थित फुटपाथ संघर्ष मोर्चा के प्रतिनिधि मृतक रंजीत चौधरी के परिवार से मिले।मृतक के पत्नी मीना देवी ने फुटपाथ संघर्ष मोर्चा के प्रतिनिधि को बताया कि मेरा पति दिन मंगलवार तारीख 19/ 9/ 23 को घर से काम करने के लिए निकाला था, लेकिन अधिक समय बीत जाने के बाद खोजबीन करने लगे खोजबीन करते-करते रात बीत गए। अतः हम लोग पुनः घर लौट आए। कल होकर सुबह पता चला कि 112 नंबर वाला पुलिस रामलखन कॉलेज के पीछे से मेरा पति को सोए हुए अवस्था में उठाकर बिहारशरीफ सदर अस्पताल आईसीयू में ले जाकर भर्ती कर दिया था। तब मेरा देवर ससुर और अन्य परिवार के सदस्य लोग बिहारशरीफ के सदल अस्पताल देखने गए उनके द्वारा मुझे पता चला कि मेरा पति का मृत्यु हो गया है
डॉक्टर द्वारा मेरा पति को लावारिस लास समझकर पोस्टमार्टम कर दिया था और बेहोशी के हालात में ही मेरे पति के शरीर से दोनों आंख, दिमाग, किडनी, नीचे का गुप्त अंग ये सब गायब था जिसे मुझे पता चलता है कि प्रशासन और डॉक्टर के मिली भगत से मेरा पति का हत्या हुआ है। सरकार से इस घटना की न्यायिक जांच की मांग करती हूं। इस अवसर पर फुटपाथ संघर्ष मोर्चा के जिला अध्यक्ष रामदेव चौधरी जिला संरक्षक बलराम दास ने संयुक्त रूप से कहा कि फुटपाथ संघर्ष मोर्चा के प्रतिनिधि मृतक के परिवार से मिलकर सत्ववना दिए और कंधे से कंधे मिलाकर सहयोग करने का आश्वासन दिए। आगे दोनों नेताओं ने कहा कि मृतक अपने पीछे दो बच्चे और तीन बच्चियॅ छोड़कर चले गए। मृतक अपने पत्नी के साथ बिहारशरीफ के पुलपर स्थित फुटपाथ पर दुकान लगाकर अपने और परिवार का पालन पोषण कर रहे थे। सरकार इस घटना को सीबीआई द्वारा जांच कराए और न्यायिक जांच करते हुए दोषी को सजा दिलाने का काम करें और मृतक के एक परिवार को सरकारी नौकरी एवं 25 लख रुपए मुआवजा दिया जाए।इस अवसर फुटपाथ संघर्ष मोर्चा के जिला सदस्य महेंद्र प्रसाद मृतक के मां एवं भाई राजू कुमार चौधरी अन्य मोहल्ले के निवासी लोग उपस्थित थे।