डाक निर्यात केंद्र कस्टमर पोर्टल पर मुफ्त में कराएं रजिस्ट्रेशन ,बने निर्यातक
कभी ज्ञान की धरती प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय व वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय नालंदा विश्वविद्यालय के बाद डाक विभाग भारत सरकार ने एक नया अध्याय जोड़ते हुए डाक निर्यात केंद्र से मुफ्त निबंधन करते हुए विश्व व्यापार करने का मौका देकर नालंदा को व्यापार हब के रूप में विकसित करने की पहल की है। जिसे हर गांव के हस्तकला सहित उत्पादन क्षेत्र में विश्व में अपने उत्पाद को पहुंच कर रोजगार का अवसर प्रदान करने की पहल की है। जिससे यहां के थोक एवं खुदरा व्यापारियों को नया रास्ता मिलेगा।जिले के प्रधान डाकघर बिहारशरीफ में डाक निर्यात केंद्र से जुड़ने वाले छोटे व्यापारियों की संख्या में तेजी आई है।इन दिनों जिले के कई व्यवसाय उन अपने उत्पाद को डाक निर्यात केंद्र के माध्यम से विदेश में निर्यात करने में लगे हैं ताकि देश का सामान विदेश में निर्यात किया जा सके और छोटे व्यापारियों को अधिक से अधिक मुनाफा हो।इस काम को आसान करने के लिए भारतीय डाक विभाग ने डाक निर्यात केंद्र कस्टमर पोर्टल लॉन्च किया है।जिसका फायदा जिले के कई थोक एवं खुदरा व्यापारी उठा रहे हैं।
इस कड़ी में सिलाव के श्री काली शाह खाजा अंतरराष्ट्रीय पुरुस्कार प्राप्त समेत राजगीर के मोहित कुमार सवेरा हेल्प ट्रेडर्स, श्री सचिन कुमार गोल्डफिश फेब्रिकेशन,श्रीमती मंजू देवी सवेरा संपूर्ण फर्म समेत जिले के कई व्यवसाई इस पोर्टल का लाभ ले रहे हैं। जिससे जिले के व्यापारी अपने-अपने उत्पादों को विदेश में निर्यात करने का कार्य कर रहे हैं।जिसकी सहायता डाक विभाग के माध्यम से डाक निर्यात केंद्र के पोर्टल का इस्तेमाल करके किया जा रहा है। इसके माध्यम से स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ, चायपत्ती,ड्राइंग पेंटिंग , चार्ट पेपर, सहित इलेक्ट्रोनिक वस्तुओं का निर्यात कर अपने व्यवसाय का विस्तार करने में लगे हैं। उपरोक्त बातों की जानकारी देते हुए नालंदा का डाक अधीक्षक श्री कुंदन कुमार ने बताया कि डाक विभाग का लक्ष्य जिले के हर एक व्यवसाय करने वाले रजिस्टर्ड व्यापारियों को इस सुविधा से लाभान्वित करना और उन्हें अपने व्यवसाय को विस्तार करने में सहायता प्रदान करना है ताकि उन्हें अधिक से अधिक कम खर्च पर विदेश तक अपने सामान को निर्यात करने मे सुविधा हो। इसके लिए ग्राहक सेवा केंद्र बिहारशरीफ प्रधान डाकघर में जिले के व्यापारी विस्तृत जानकारी लेकर अपने व्यापार का विस्तार कर सकते हैं और अपने वस्तुओं को विदेश में निर्यात कर सकते हैं।