चक्रवाती तूफान के द्वारा किसानों के तमाम तरह के सब्जियां कद्दू भिंडी नैनवा प्याज टमाटर मकई मूंग के बड़े पैमाने पर नुकसान होने से किसानों का कमर टूटचुका है प्रतिरोध करते हुए बीकेएमयू के जिला सचिव राज किशोर प्रसाद वरिष्ठ समाजसेवी मोहम्मद जाहिद अंसारी ठेला फुटपाथ दुकानदार यूनियन के जिला सचिव रामदेव चौधरी गांव बचाओ संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष चंद्रशेखर प्रसाद अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव सत्येंद्र कृष्णा सा नेता महेंद्र प्रसादने संयुक्त बयान जारी कर बताया कि केंद्र और बिहार की सरकार किसानों के खिलाफ है यह दोनों सरकार अंधी और बहरी है 1 किसानों के सवाल को सुनना ही नहीं चाहता उल्टे अडानी और अंबानी के लिए सारे दरवाजे खोल कर देश के सारे राष्ट्रीय संपत्ति को उनके हाथों हवाला कर दिया
आप जानते हैं हम पूरे देश के अंदर किसान जो हमारे अन्नदाता है इनके बच्चे देश के सरहद पर देश की सुरक्षा में लगकर अपने को शहीद कर रहे हैं दूसरी ओर ए देश के किसान लॉक डाउन का मार और लगातार प्रकृति का कहर चक्रवाती तूफान के द्वारा इनको करोड़ों अरबों का पूंजी बर्बाद हो गया आप जानते हैं अधिकतर गरीब किसान पट्टे पर महंगे दर पर खेती को लेकर कीमती फसलों को बड़े लागत मूल्य पर लगातेहैं मई जून का महीना इनके फसलों का दाम मिलता है जो पूर्णता तैयार था और वह चक्रवाती तूफान से बर्बाद हो गया ऐसी परिस्थिति में उक्त नेताओं ने सरकार से अभिलंब प्रत्येक किसानों के खाते में ₹25000 सहायता देने का मांग किया है तथा इनके परिवार का भरण पोषण कैसे हो इसके लिए एक कारगर को योजना बनाई जाए उक्त नेताओं ने किसान सभा के बैनर तले करोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए नारा लगाते हुए अपनी मांगों को लागू होने तक आगे का आंदोलन जारी रखने का संकल्प लिया