नशे की आदत , मौत को दावत : डा. आशुतोष मानव – नशा नाश का जड़ है भाई , घर घर में है आग लगाई . जो लोग भी नशे की लत के शिकार हैं वो जाने अनजाने में मौत को दावत दे रहे हैं . नशा एक धीमा ज़हर है जो धीरे धीरे हमारे शरीर को ही खोखला बना देता है इसलिए बचपन से ही नशीले पदार्थों से दूर रहना होगा ! ये बातें रविवार को अंतर्राष्ट्रीय नशा निषेध दिवस पर पटेल नगर स्थित आदर्श सर्वोदय के कैंपस में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए गुटखा छोड़ो आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. आशुतोष कुमार मानव ने कही . उन्होंने कहा कि शुरू में तो स्कूली बच्चे एवं युवा मादक पदार्थों का सेवन शौक़ के तौर पर करते हैं लेकिन बाद में जाकर उनकी बुरी आदत बन जाती है और वो मौत के दरवाज़े चले जाते हैं . गुटखा , तम्बाकू, शिखर , सिगरेट , शराब , गाँजा जैसे मादक पदार्थ आजकल के युवाओं को अपनी चपेट में लेने लगा है जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है . कड़े क़ानून के साथ साथ जागरुकता अभियान चलाने से ही नशामुक्त भारत का निर्माण सम्भव है . वक्ताओं ने ज़ोर देकर कहा कि बचपन से ही अगर छात्र युवा संकल्प लें और अभिभावक भी ध्यान दें तो बहुत हद तक युवा पीढ़ी को बर्बाद होने से बचाया जा सकता है . इस दौरान बच्चों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई गई . इस मौक़े पर शिक्षा विद एवं प्राचार्य सत्येंद्र प्रसाद सिन्हा , राज किशोर प्रसाद , बिंदेश्वरी प्रसाद सिन्हा , नंदनी कुमारी, ख़ुश्बू राज , कुंदन कुमार, सोनू कुमार, अमित सक्सेना, सचिन कुमार, धन लक्ष्मी, दीपाली कुमारी समेत कई लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए .
अंतर्राष्ट्रीय नशा निषेध दिवस पर बच्चों के बीच कार्यक्रम आयोजित
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