जन सुराज पदयात्रा के दौरान सारण के अमनौर में एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में दल कैसे बनता है ये तो आपको पता है। जो दल बनाता है वो उस दल का नेता हो जाता है और उसके बाद उसका बेटा उस दल का नेता बन जाता है। जो उस दल का समर्थन करते हैं वो जीवन भर उस दल का झंडा उठाकर घूमते हैं। जैसे नेता के बच्चों में ही सारी समझदारी है।
विधायक का बेटा विधायक बनता है, मंत्री का बेटा मंत्री बनता है और बिहार का लड़का सूरत में जाकर मजदूर बनता है। इस दुर्दशा से निकलना है तो अपने लिए नहीं अपने बच्चों के लिए आपको खड़ा होना पड़ेगा। एक नई व्यवस्था बनाने में आपको अपना कंधा लगाना पड़ेगा। वोट आप जिसको देना चाहते हैं, उसको दीजिए। लेकिन वोट दीजिए अपने बच्चों के भविष्य के लिए, उनकी पढ़ाई और रोजगार के लिए। अगर आप वोट जाति, धर्म, नाली – गली पर देंगे तो जिस दुर्दशा में आप रह रहे हैं, उससे बाहर आपको कोई नहीं निकाल सकता है।