पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, मां मनसा निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान ने बुधवार को एक भव्य वन महोत्सव का आयोजन किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जदयू नेता विवेक चंदन कुशवाहा ने शिरकत की।
“एक पेड़ माँ के नाम” थीम के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपे गए। संस्थान के निदेशक अशोक कुमार सिन्हा ने बताया कि हमारा उद्देश्य न केवल छात्रों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करना है, बल्कि समाज के हर व्यक्ति को वृक्षारोपण के महत्व से अवगत कराना भी है।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विवेक चंदन कुशवाहा ने जलवायु परिवर्तन के खतरों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज हम जिस गर्मी का सामना कर रहे हैं, वह हमारे ही कृत्यों का परिणाम है। हमने जंगलों को काटकर बड़ी-बड़ी इमारतें खड़ी कर दीं, जिसका खामियाजा हमें और आने वाली पीढ़ियों को भुगतना पड़ रहा है। कैंपस इंचार्ज शलभ मेहता ने छोटे स्तर पर वृक्षारोपण के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हर घर में छोटे-छोटे पौधे लगाकर भी हम एक बड़ा बदलाव ला सकते हैं। ये पौधे न केवल हमारे पर्यावरण को स्वच्छ रखेंगे, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर कल का निर्माण करेंगे।
संस्थान के चेयरमैन बिपिन कुमार मेहता ने जनसंख्या वृद्धि और वृक्षारोपण के बीच संतुलन बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जिस गति से हमारी जनसंख्या बढ़ रही है, उसी अनुपात में हमें वृक्षारोपण भी करना होगा। प्रकृति से बढ़कर कुछ नहीं है, और हमें इसके साथ छेड़छाड़ करने से बचना चाहिए।कार्यक्रम में उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों में सुनील मेहता, नवीन कुमार और निशांत सिन्हा शामिल थे। सभी अतिथियों ने एक-एक पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई।
मां मनसा निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान द्वारा आयोजित यह वन महोत्सव न केवल एक सराहनीय पहल है, बल्कि यह आने वाले समय में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस तरह के प्रयास किस प्रकार लोगों के व्यवहार और सोच में बदलाव लाते हैं।