परम पूज्य गुरुदेव एवं माता जी के संरक्षण में नो कुंडली गायत्री महायज्ञ पचास ग्राम नगर निगम बिहार शरीफ वार्ड नंबर 1 में आयोजन किया जा रहा है जिसका आज भव्य कलश शोभा यात्रा में लगभग 500 महिलाएं सर पर कलश धारण कर नगर भ्रमण स्थल ब्रह्म स्थान से प्रारंभ होकर मोरा तलब सूर्य मंदिर काली मंदिर सलेमपुर मूसेपुर होते हुए यज्ञ स्थल ब्रह्म स्थान पिचास में समाप्त हुआ यह यज्ञ पितृ पक्ष में पितरों की शांति के लिए सामूहिक रूप से आयोजित किया जा रहा है, अखिल विश्व गायत्री परिवार के संस्थापक पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी ने अपने साहित्य में बतलाया है कि पितृ हमारे प्रत्यक्ष देवता होते हैं और वह हमसे केवल हमारी श्रद्धा और विश्वास मांगते हैं ।इसी उद्देश्य से समाज में अनेक व्यक्तियों के पितृ दोष होते हैं जिससे अनेक प्रकार के पारिवारिक एवं व्यक्तिगत समस्या में मनुष्य उलझ जाता है।
सभी लोग बड़े-बड़े तीर्थ में नहीं पहुंच पाते हैं इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए यह यज्ञ का आयोजन किया गया इसमें अपने के प्रति श्रद्धा के साथ यज्ञ में भाग लेंगे। यज्ञ सत्कार को कहते हैं एवं गायत्री सद्बुद्धि की देवी कहलाती है। शोभायात्रा में कलश की व्याख्या करते हुए श्री श्रवण कुमार जी ने कहा की समाज में ऊंच नीच ,जाति पाति का कोई भेदभाव नहीं होता, प्राचीन काल में भी भारत वर्ष में लोग सभी भेद भाव को भुलाकर एक साथ में आते थे एवं धर्म अनुष्ठान का कार्य करते थे ।कलश विश्व ब्रह्मांड का प्रतीक है इसमें 33 प्रकार के देवताओं का वास बतलाया गया है जिसमें अग्नि देव वायु देव वरुण देव पृथ्वी आकाश समाहित है ।सभी का स्वभाव अलग-अलग है पर सभी मिलजुल कर समाज में रहते हैं प्रशिक्षण करते हुए श्री श्रवण जी ने कहा कि अपने जीवन में पूर्वजों की स्मृति में एक वृक्ष अवश्य लगाएं ताकि हमें अपने जीवन में ऑक्सीजन की कमी ना पड़े। उन्होंने समाज के युवाओं से कहा कि नशा से बचे और सृजन में जुटकर एक सभ्य समाज की स्थापना करने में सहयोग करें।शांतिकुंज की टोली के प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होंने कहा आप सभी इस यज्ञ में अपनी पितृ दोष को हटाने के लिए आवश्यक भागीदार बने ।
टोली में श्री रवींद्र वर्मा, सारिका देवी, कुणाल जी ,सत्येंद्र कुमार, ललन सिंह, एवम रोशन कुमार ने भव्यता के साथ कलश का पूजन कराया ।कलश शोभायात्रा में यज्ञ समिति के श्रीमती सरोज देवी, बसंती देवी, रीता देवी , हैप्पी बलराम ,राजू सिंह ,प्रशांत, राजीव मुकुल, अहिल्या ,धीरज ,तेजू उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि भाजपा महिला मंडल के जिला अध्यक्ष श्रीमती प्रज्ञा भारती ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा की पूजते रमंते तत्र देवता नरिया जहां पुजी जाती है वहां देवता वहां वास करते हैं। उन्होंने कहा हम नारियां एक मन बना करके बहन बनाकर के अपने परिवार को अपना बना सकते हैं तथा श्री कल्लू मुखिया जी ने कहा की गायत्री ज्ञान की देवी है और गायत्री माता सब कुछ देने वाली हम सभी गायत्री साधना करें ताकि मां गायत्री का आशीर्वाद हम सभी को मिल सके वहीं पर रंजीत मुखिया जी ने कहा कि हम सभी को आध्यात्मिक से जुड़कर रहना चाहिए एवं जाति पाती का भेदभाव नहीं करना चाहिए।