मुकेश चन्द्र माथुर की पुण्यतिथि पर कलाकारों ने अपनी गायिकी से माहौल को बनाया खुशनुमा
-मुम्बई, पटना, गया व स्थानीय कलाकारों ने मुकेश की गायी गीतों पर दर्शकों से खूब तालियां बटोरी
न्यू एस्ट्रोलाजिकल पाइंट के अध्यक्ष रंजीत कुमार सिन्हा के आवास पर शनिवार की शाम मुकेश चन्द्र माथुर की 48वीं पुण्यतिथि के अवसर पर श्रद्धांजलि सह सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। रंजीत कुमार सिन्हा की धर्मपत्नी की तीन साल पहले उनकी मृत्यु हो जाने के कारण तृतीय वर्षगांठ पुण्यतिथि इस बार साथ-साथ मनाई गई। इस कार्यक्रम में आर्टिस्ट मुम्बई, गया, पटना व स्थानीय कलाकारों ने अपनी गायिकी से सबों का दल जीत लिया। उनके गाय हर गीतों पर लोग उनका तालियों से अभिवादन कर रहे थे।
कार्यक्रम की शुरुआत रंजीत कुमार सिन्हा की सुपुत्री मनीषा ने गणेश वंदना से की। उसके बाद मनीषा ने आपकी नजरों ने समझा प्यार के काबिल मुझे, रंगीला रे की गीत की ऐसी फनकार छेड़ी कि वहां पर उपस्थित सभी लोग तालियों से उनका जोरदार स्वागत किया। पटना से आए अनिल कुमार अकेला ने यह मेरा दीवानापन है, मैं तो हर मोड़ पर गाकर लोगों का दिल जीत लिया। मुंबई के कलाकार लोकेश सिंह ने यह क्या किया रे दुनिया वाले, जी हम तुम चोरी से, किसी राह में किसी मोड़ पर, हमसफर मेरे हमसफर आदि गीतों को गाकर माहौल को जीवंत कर दिया।
रंजीत कुमार सिन्हा ने भी मुबारक हो सबको समा ये सुहाना, जीवन भर ढूंढा तुझको, एक दिन बीत जाएगा जाएगा माटी के मोल सहित कई गीत गाकर मुकेश साहब को अपनी सच्ची श्रद्धांजलि दी। अमृतांश और संजय सिन्हा ने सात अजूबे इस दुनिया में आठवीं अपनी जोड़ी की जैसी ही तान छेड़ी थोड़ी देर के लिए लोग सकते में आ गए। उनके गाए हर गीतों पर लोग बाह-बाह करते रहे। मानसी सिंह और विनय ने भी अपनी फनकार से मुकेश साहब को सच्ची श्रद्धांजलि दी। पूर्व प्रसिद्ध अकार्डिंग प्लेयर आरके खन्ना ने बताया कि इस प्रकार का कार्यक्रम हमेशा होनी चाहिए। यह साक्षात मां सरस्वती की आराधना है। गायक लाल सिंह ने भी मुकेश की गायी गीतों से प्रोग्राम में चार चांद लगा दिया। ढोलक पर संजय सिन्हा, आर्गन प्लेयर राजू टिकिया ने म्यूजिक बजाकर दिल खुश कर दिया। गिटार पर पटना से आए कलाकार राहुल कुमार कौशिक ने भी बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। स्थानीय कलाकार राजू व पृश्वी कुमार ने नाल से बेहतर साथ दिया।