नालंदा कॉलेज में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए नए वर्ग का संचालन शुरू
बिहार सरकार के पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की सहायता से नालंदा कॉलेज परिसर में विगत छः वर्षों से चल रहे प्राक् परीक्षा प्रशिक्षण केंद्र में वर्ष 2025 के प्रथम सत्र की शुरुआत हुई। सत्र का उद्घाटन परमाणु ऊर्जा विभाग के तकनीकी अधिकारी सूर्यमणि कुमार, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा विभाग अनुमंडल कल्याण पदाधिकारी श्री पवन कुमार, नालंदा कॉलेज के प्राचार्य डॉ रामकृष्ण परमहंस एवं निदेशक डॉ शशांक शेखर झा की उपस्थिति में दीप प्रज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत में निदेशक डॉ झा ने प्राक् परीक्षा प्रशिक्षण केंद्र के बारे में विस्तृत जानकारी दी एवं केंद्र में विभिन्न सुविधाओं के बारे में विद्यार्थियों को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि अब तक इस केंद्र से 120 से अधिक विद्यार्थियों ने सफलता प्राप्त की है।
मुख्य अतिथि श्री सूर्यमणि कुमार ने विद्यार्थियों को भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग के बारे में विस्तार से बताया और विद्यार्थियों को जीवन में कठिन परिश्रम कर अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। अपने जीवन को विद्यार्थियों के सामने प्रस्तुत कर उन्होंने बताया कि किस तरह से जीवन में संघर्ष से ना डरते हुए लगातार अपने लक्ष्य की ओर कदम बढ़ाए जा सकते हैं।
पदाधिकारी श्री पवन कुमार ने विद्यार्थियों को प्रशासन की ओर से पूर्ण सहयोग की बात कही और कठिन परिश्रम कर परीक्षा में सफलता अर्जित करने के लिए प्रेरित किया।
प्राचार्य डॉक्टर रामकृष्ण परमहंस ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि नालंदा कॉलेज का यह केंद्र हमारे छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित हुआ है जिन छात्रों के पास महंगे कोचिंग संस्थानों में पढ़ने के लिए संसाधन नहीं है वह यहां उच्च स्तरीय शिक्षा आसानी से प्राप्त करके अपने जीवन में सफलता की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। उन्होंने नालंदा कॉलेज परिसर के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी और कॉलेज परिसर में विभिन्न सुविधाओं से छात्रों को अवगत कराया।
कार्यक्रम का संचालन केंद्र के शिक्षक श्री अविनाश कुमार गिरि ने किया। कार्यक्रम की व्यवस्था में केंद्र स्टाफ ऋषि कपूर और दीपक कुमार ने महत्वपूर्ण सहयोग दिया।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों के साथ केंद्र के शिक्षक संजीव कुमार , विकास कुमार, सुजीत कुमार , पंकज कुमार , अनीश कुमार, आनंद कुमार पटेल उपस्थित रहे।