बिहारशरीफ-नालंदा, 12 नवम्बर 2021 : बोड़ो साहित्य दिवस के उपलक्ष में बोडोलैंड (बीटीआर) सरकार की ओर से आगामी 14 से 16 नवंबर तक अन्तरराष्ट्रीय स्तर के जाने माने कवि एक मंच पर जुटेंगे और अपनी-अपनी भाषाओं के कविताओं से श्रोताओं को गुदगुदाएंगे। यह आयोजन अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर त्रिदिवसीय काव्य उत्सव है। आसाम के कोकराझार में आयोजित होने जा रहे इस त्रिदिवसीय साहित्योत्सव में देश व दुनिया की 100 भाषाओं के कवि हिस्सा लेंगे। नालंदा से साहित्यिक मंडली शंखनाद के लोकप्रिय प्रेम व श्रृंगार रस के शायर व कवि नवनीत कृष्ण और नामचीन शायर कुमार आर्यन को निमंत्रण मिला है। वे दोनों वहां अपनी कविताओं का पाठ करेंगे तथा कई साहित्यिक चर्चाओं में हिस्सा लेंगे। समारोह के कन्वीनर, असिस्टेंट प्रोफेसर सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कोकराझार, डॉ बिहुंग ब्रह्मा जी हैं। यह त्रिदिवसीय काव्य उत्सव समारोह कोकराझार स्थिति बोडोफा कल्चरल कॉम्प्लेक्स में होगा
जो गौरांग नदी के किनारे है। आसाम के कोकराझार महोत्सव का मूल मकसद कविता व साहित्य के जरिए प्रेम और शांति और एकता की भावना को बढ़ाना है तथा कोकराझार की संस्कृति, सभ्यता और ऐतिहासिक धरोहर को विश्व पटल पर पहुंचाने की है। नालंदा से नवनीत कृष्ण 13 नवंबर को बख्तियारपुर से ट्रेन के द्वारा कोकराझार स्थिति बोडोफा कल्चरल कॉम्प्लेक्स के लिए रवाना होंगे और 18 को वापस आयेंगे। कोकराझार के इस समारोह में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगभग दो दर्जन पुरस्कारों-सम्मानों से सम्मानित किये जायेंगे। शंखनाद के ये दोनों शायर व कवि कई राष्ट्रीय एवं अंतरराष्टीय स्तर पर भागीदारी भी निभा चुके हैं तथा कई साहित्यिक उत्सवों में सम्मानित भी किये जा चुके हैं। देश भर से आए कवि, शायर तथा साहित्यकारों द्वारा विभिन्न विधाओं के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे तो भारत को समृद्ध करने और राष्ट्र का उदार चरित्र प्रकट करने वाली साहित्यिक प्रेम साफ़ झलकती है। शंखनाद के दो सदस्य को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कविता पाठ के लिए चयनित किये जाने पर साहित्यिक मंडली शंखनाद के अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत सिंह सचिव राकेश बिहारी शर्मा तथा सभी शंखनाद के सदस्यों ने बधाईयाँ दी है।