कोरोना वायरस की दूसरी लहर का असर देशभर में लगभग सभी स्कूलों की पढाई पर पड़ा है। कुछ राज्यों में गर्मियों की छुट्टियां चल रही हैं तो कुछ राज्य ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करवा रहे हैं। पिछले साल की तर्ज पर बिहार बोर्ड ने इस वर्ष भी दूरदर्शन के माध्यम से कक्षाएं संचालित करवाने का फैसला लिया है। इस कार्यक्रम का नाम ‘मेरा दूरदर्शन, मेरा विद्यालय’ है। यह कोविड संकट के कारण बच्चों की पढ़ाई में आ रही बाधाओं को दूर करने का एक प्रयास है। डीडी बिहार पर 10 मई से शुरू होंगी कक्षाएं | 9वीं से 12वीं की कक्षाएं दूरदर्शन के बिहार चैनल पर 10 मई यानि कल से शुरू होंगी। इस दौरान एक घंटे में अलग-अलग विषयों की तीन कक्षाओं को संचालित किया जाएगा। प्रत्येक कक्षा 16 से 17 मिनट की होगी। डिजिटल पाठ्यक्रम तैयार करने में यूनिसेफ ने पिछली बार की तरह ही बिहार बोर्ड की मदद की है। दरर्दशन पर डिजिटल कक्षाओं का संचालन होने से 8,000 विद्यालयों के तकरीबन 36 लाख विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा।
ऑनलाइन कक्षाएं सुबह 10 बजे से शुरू होंगी दूरदर्शन के बिहार चैनल पर यह कार्यक्रम सुबह 10 बजे से शुरू होगा। इस कार्यक्रम को ‘मेरा दूरदर्शन, मेरा विद्यालय’ का नाम बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (बीएसईबी) ने दिया है। बीएसईबी के राज्य परियोजना निदेशक संजय सिंह ने प्रधानाध्यापकों, शिक्षकों और अभिभावकों से यह अपील की है कि वो यह सुनिश्चित करें कि बच्चे दूरर्दशन के माध्यम से प्रतिदिन प्रकाशित होने वाले इन कार्यक्रमों को देखें। प्रसारण से एक दिन पहले विषयों की अनुसूची के बारे में मिलेगी जानकारीपूरे पाठ्यक्रम को तैयार करने में विषय विशेषज्ञों ने भी हाई स्कूल के शिक्षकों की मदद की है। छात्रों को प्रसारण से एक दिन पहले विषयों की अनुसूची के बारे में पता चल जाएगा। समय सुबह 10 से 11 बजे तक का समय कक्षा 9 और 10 के लिए होगा। वहीं सुबह 11 बजे से 12 बजे तक का समय कक्षा 11 और 12 के लिए होगा। माता-पिता और शिक्षकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि ज्यादा से ज्यादा छात्र प्रसारण देखें।
पिछले साल भी इन कक्षाओं का किया गया था आयोजन |बताना चाहेंगे, बीते वर्ष भी दूरदर्शन पर ये कक्षाएं लगाई गई थी। पिछले वर्ष 4 मई से छह से आठवीं तक के बच्चों के लिए प्रसारण शुरू गया था । कक्षा 9वीं और 10वीं के लिए कक्षाएं 20 अप्रैल तो कक्षा 1 से 5 के लिए कक्षाएं 30 मई से शुरू की गई थीं। इसे 5 घंटे के अंदर दो टाइमस्लॉट में प्रसारित किया जाता था। ज्ञात हो, 31 मई को सभी छात्रों को गांधी की पाती का वीडियो भी दिखाया गया था।