आज दिनांक 28 .08.2021 को गायक मुकेश जी जिनका पूरा नाम मुकेश चंद्र माथुर था स्थानीय नईसराय के एक मैरिज हॉल में एक शाम मुकेश जी का नाम आयोजित की गई मुकेश जी के 45 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया l लगातार 12 वर्षों से होता आ रहा है न्यू एस्ट्रोलॉजिकल पॉइंट के बैनर तले गढ़ पर निवासी रंजीत कुमार सिन्हा ने आयोजन किया कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित रंजीत कुमार सिन्हा ,अनिल कुमार सिन्हा ,अनिल कुमार गुप्ता ,आशुतोष शरण , सुनील कुमार सिन्हा द्वारा संयुक्त रूप से की गई | मुकेश जी के चित्र पर लोगों ने माल्यार्पण कर अर्पित की l इस कार्यक्रम में पटना, गया, नवादा एवं बिहार शरीफ के कलाकारों द्वारा अपनी प्रस्तुति देकर काफी वाहवाही लूटी lकार्यक्रम की शुरुआत रंजीत कुमार सिन्हा द्वारा मुकेश जी का भजन तुम कहां छुपे भगवान करो मत देरी से की गई फिर रंजीत सिन्हा ने मुबारक हो सबको समा यह सुहाना, जीवन भर ढूंढा जिसको वो प्यार मिला पर नहीं मिला , जाने कहां गए वो दिन , जाने वाले जाने चले जाते हैं कहां गीत गाकर स्म बांध दिया |
लाल सिंह ने मुकेश जी के गीत एक दिन बिक जाएगा माटी के मोल, हम तो तेरे आशिक हैं सदियों पुराने गाने गाकर मुकेश जी को श्रधांजलि अर्पित किया | मुंबई के कलाकारों में कल्याण ने यह मेरा दीवानापन है , चंदन सा बदन संजय सिन्हा ने वरखा रानी जरा जम के बरसो , बहारों ने मेरा चमन लूटकर गीत गाकर दशकों को झुमने पर मजबूर कर दिया | बाल कलाकार अमृतांश ने मुकेश जी के गीत तुम बिन जीवन कैसे बीता पूछो मेरे दिल से ,मेरी दुनिया को बहारों से सजाया तुमने गाकर अपनी गायकी का का छाप सोरोताओं के दिल पे छोड़ी | गायिका मानसी ने तुम मिले दिल खिले आदि गीतों को गाकर दर्शकों से तालियां बटोरी| साजिंदों में नाल पर संजय सिन्हा , पृथ्वी , ऑर्गन पर राजू टिकिया , पेड पर राजू ने बखूबी संगीत देकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया l पूरे मंच का संचालन एम.के.राजू ने संभाला l समय-समय पर उन्होंने कलाकारी से दर्शकों को बांधे रखा lआयोजक रंजीत कुमार सिन्हा ने कहा कोरोना की वजह से कार्यक्रम को विस्तृत रूप से नहीं किया गया