भारतीय जीवन बीमा निगम अभिकर्ता संघ केंद्रीय कार्यालय के आह्वान पर पूरे भारत के भारतीय जीवन बीमा निगम के अभिकर्ताओं ने अपने अपने शाखा पर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।एलआईसी अभिकर्ताओं द्वारा राजगीर शाखा में नया व्यवसाय बंद करते हुए शाखा के मुख्य द्वार पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन मंगलवार को किया गया। एलआईसी प्रबंधन तथा भारत सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाज़ी की गई। एलआईसी के सभी अभिकर्ताओं ने सरकार एवं प्रबंधन से मांग करते हुए कहा कि ग्राहकों का बोनस बढ़ोतरी, अभिकर्ताओं को चिकित्सा सुविधा, ग्रेच्युटी, पेंशन, क्लब सदस्यों में छूट, ग्रुप बीमा की राशि में बढ़ोतरी तथा विभिन्न सुविधाओं को विस्तार किया जाय। साथ ही केंद्र सरकार द्वारा भारतीय जीवन बीमा निगम एफडीआई में 74% का विनिवेश एवं आईपीओ को वापस लेने एवं भारतीय जीवन बीमा निगम का निजीकरण के विरोध में की गई।
इस धरना प्रदर्शन करते नव व्यवसाय बंद कराने बालों में संघ के सचिव इंद्रमोहन सिंह निराला ने कहा कि केंद्र सरकार एलआईसी को भी निजीकरण करने की दिशा में ले जा रही है।एफडीआई के माध्यम से 74 प्रतिशत का निवेश केंद्र की मंशा को दर्शाता है। अभिकर्ता कौशल कुमार ,धनंजय कुमार, सुबोध पांडेय, नरेंद्र कुमार, प्रोफ़ेसर अशोक कुमार, सर्वेश कुमार ,धर्मेंद्र कुमार, राम बच्चन पांडेय, लड्डू कुमार ,राकेश कुमार, उपेंद्र कुमार, महेश कुमार, संजय कुमार, सुनील कुमार, अमरेंद्र कुमार सिंह ,विमलेश कुमार मोहम्मद नौशाद आलम, शंकर शर्मा सहित अन्य ने कहा कि अभिकर्ताओं के हित मे आगे भी आंदोलन जारी रहेगा।