राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा नालंदा कॉलेज में मकर संक्रांति के अवसर पर पतंग उत्सव का आयोजन किया गया जिसमें कॉलेज के छात्रों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने खुले आसमान में पतंग उड़ाया। तिल का विशेष महत्व होने के कारण लोगों के बीच तिलकुट का भी वितरण किया गया। कॉलेज मैदान में पतंग पर अलग अलग सामाजिक संदेशों को लिखकर लोगों ने पतंगबाज़ी की एवं मेलज़ोल बढ़ाया। इस बारे में कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ बिनीत लाल ने सभी को शुभकामना देते हुए कहा की मकर संक्रांति का संबंध सीधा पृथ्वी के भूगोल और सूर्य की स्थिति से है।
जब सूर्य मकर रेखा पर आता है तो इस दिन मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन पतंग उड़ाने का भी विशेष महत्व होता है। कॉलेज में पतंग उत्सव के आयोजन से सभी लोगों में एक अच्छा संदेश जाएगा और शहर के लोगों को एक उत्सव भी मनाने का अवसर प्राप्त होगा। प्राचार्य डॉ राम कृष्ण परमहंस ने कहा की साल की शुरुआत मकर संक्रांति पर्व के साथ होती है जो आनंद और खुशी का त्योहार है। स्वास्थ्य के नजरिये से देखा जाये तो यह बहुत शुभ माना गया है। इसके साथ ही दिनों के समय में परिवर्तन होना शुरू हो जाता है।
मकर संक्रांति का मुख्य उद्देश्य लोगों के बीच भेदभाव की भावना को खत्म करके मेलजोल को बढ़ाना है। उत्सव में कॉलेज के शिक्षक संघ के सचिव डॉ रत्नेश अमन, अध्यक्ष डॉ मंजु कुमारी, डॉ शशांक शेखर झा, डॉ भावना, डॉ उपेन मंडल, दिलीप पटेल, डॉ जगमोहन, डॉ अनिल अकेला तथा छात्रों में चंद्रमणि, सुमन्त, रौशन, सौम्य, कृजित, प्रिंस, सज्जन आदि ने पतंग उड़ाकर अपनी कलाबाज़ी दिखायी। इस अवसर पर भूगोल विभाग की अध्यक्ष डॉ भावना के द्वारा कॉलेज के गार्ड्स एवं सफ़ाई कर्मचारियों के बीच कपड़ा वितरण भी किया गया।