बिहारशरीफ भैसासुर मोहल्ले के पालिका बाजार में शिव मंदिर समुदायिक भवन के सभागार में शनिवार की देरशाम अखिल भारतीय नाई संघ ट्रेड यूनियन नालंदा के तत्वावधान में बिहार के बारहवें और सत्रहवें मुख्यमंत्री समाजवादी नेता, महान समाज सुधारक, जननायक कर्पूरी ठाकुर की 99 वीं जयंती मनाई गई। जिसकी अध्यक्षता अखिल भारतीय नाई संघ ट्रेड यूनियन नालंदा के जिलाध्यक्ष रंजीत कुमार शर्मा ने किया।
जयंती समारोह का शुभारम्भ अखिल भारतीय नाई संघ ट्रेड यूनियन के जिला संयोजक राकेश बिहारी शर्मा, अध्यक्ष रंजीत कुमार शर्मा एवं उपस्थित सदस्यों ने जननायक कर्पूरी ठाकुर के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित कर किया।
समारोह में संघ के संयोजक राकेश बिहारी शर्मा ने कहा है कि 24 जनवरी को कर्पूरी ठाकुर का जन्म दिन है। युगों-युगों से उंच-नीच व्यवस्था में शिक्षा से वंचित समाज में जन्मे कर्पूरी ठाकुर का यह जन्मदिन वास्तविक नही है, जैसाकि वो अपने कार्यकर्ताओं से बोला करते थे।
कर्पूरी ठाकुर जी स्वतंत्रता संग्राम के अमर सेनानी, आधुनिक बिहार की राजनीति के चाणक्य, बिहार में असली आजादी दिलाने वाले प्रखर विचारक, समाजिक न्याय के पुरोधा, गरीबों, पिछड़ों व दलितों के सच्चा नेता, भूखे-प्यासे, वेआवाज के आवाज, जुल्म अत्याचार का सफाया करने और अपने सपनों को धरती पर उतारने वाले गुदड़ी के लाल, धरतीपुत्र जननायक कर्पूरी ठाकुर गरीब के घर पैदा हुए और गरीबों के जीवन स्तर को उपर उठाने के लिए आखरी साँस तक लड़ते रहे। आज कर्पूरी जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने की आवश्यकता है।
वे सादगी के प्रतीक थे। वो जब बिहार के मुखिया बने तब भी आमजनों से हमेशा मिलकर उनके समस्याओं को जानकर उसका समाधान करने के लिए हमेशा तत्पर रहते थे। जननायक कर्पूरी ठाकुर समाजवादी राजनीति के उज्जवल नक्षत्र थे। कर्पूरी ठाकुर अपनें सिद्धांतों से समझौता करने को तैयार कभी नहीं होते थे। अगर हमारे देश के हर राजनेताओं का सोच जननायक कर्पूरी जी के जैसा हो जाय तो कभी भी आम जनता को तकलीफ होगी ही नहीं।
अखिल भारतीय नाई संघ के पूर्व उपाध्यक्ष तलेवर शर्मा ने समारोह में भारत सरकार से स्व कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने एवं नाई जाति को अनुसूचित जाति में शामिल करने तथा उन्होंने बिहार सरकार से बिहारशरीफ के कर्पूरी भवन के प्रांगण में कर्पूरी जी की आदम कद प्रतिमा लगाने की मांग की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अध्यक्ष रंजीत कुमार शर्मा ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर जी आज भी युवा पीढ़ी एवं वर्तमान राजनीतिज्ञों व समाजसेवियों के लिए प्रेरणादायक हैं। इनकी सादगी, ईमानदारी और राजनीतिक पवित्रता का उदाहरण आज भी दिया जाता है। गुदड़ी के लाल महान कर्मयोगी जननायक कर्पूरी ठाकुर का नाम गरीब व गरीबी को नजदीक से देखा। उनका नाम इतिहास के पन्नों में स्वर्णाक्षरों से अंकित है। सही मायने में कर्पूरी जी महान समाजवादी नेता थे।
नाई समाज के समर्पित कर्मयोगी सदस्य रणजीत कुमार शर्मा ने कहा कि श्री ठाकुर के विचारों को आत्मसात करने की आज के दौर में बहुत जरूरी है ताकि देश की तरक्की को पंख लगे।
नाई समाज के अभिभावक रामाश्रय शर्मा ने कर्पूरी जी के विचार और सिद्धांत पर चर्चा करते हुए कहा कि उनके मार्ग पर चल कर ही वंचित समाज का विकास संभव है। कर्पूरी जी सामाजिक न्याय का मसीहा थे।
जिला विधि सलाहकार सुरेन्द्र प्रसाद ने कहा कि सामाजिक न्याय एवं न्याय के साथ विकास करने वालों में कर्पूरी जी का नाम श्रधा से लिया जाता है।
इस दौरान संघ के सचिव जनार्दन ठाकुर, धीरज कुमार, जिला कार्यकारणी विक्रम कुमार, कोषाध्यक्ष राकेश कुमार, समाजसेवी सरदार वीर सिंह, सुरेन्द्र शर्मा, बालगोविंद शर्मा, रमेशर शर्मा, महादेव ठाकुर, मीरा देवी, महासचिव बबलू भैया, वरीय महासचिव परमेन्द्र शर्मा, राजगीर प्रखंड सचिव धर्मेन्द्र शर्मा, रहुई प्रखंड मृत्युंजय शर्मा, विक्रम कुमार, भीम ठाकुर, ढुलढुल शर्मा, मुन्ना शर्मा, भाषों ठाकुर, टुन्ना शर्मा, पिन्टू कुमार, प्रमोद कुमार, रामप्रवेश ठाकुर, अशोक कुमार सहित जिले के सैकड़ो लोग मौजूद थे।