बिहारशरीफ: नालंदा के परवलपुर में चल रहे मनसा देवी मेले में आज जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता राजीव रंजन ने स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ शामिल हुए. इस मौके पर उन्होंने मनसा देवी के दरबार में माथा टेका तथा नालंदा व देश के विकास की मनौती मांगी. इस अवसर पर उन्होंने मेले में आये श्रद्धालुओं से बात-चीत कर प्रशासनिक इंतजामों का जायजा भी लिया.
उन्होंने कहा कि अगहन पंचमी के अवसर पर आयोजित होने वाले इस मेले को लेकर श्रद्धालुओं में जबर्दस्त उत्साह है. केवल बिहार के कोने-कोने से ही नहीं बल्कि कई राज्यों से लोग मनसा माता के दर्शन करने यहां आ रहे हैं. लोगों की भारी तादाद के कारण यहां रात-दिन का फर्क मिट गया है. कई किलोमीटर तक गाड़ियों व मोटरसाइकिलों की कतारें लगी हुई, फिर भी लोगों विशेषकर महिलाओं के उत्साह में कोई कमी नहीं आ रही है.
मेले की पौराणिकता के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि कहा जाता है कि पांडव वंशज राजा जन्मेजय अपने पिता परीक्षित की मौत सर्पदंश के कारण होने से दुखी हो गये थे. इसलिए उन्होंने सर्प यज्ञ कर समूची सर्प प्रजाति को नष्ट करना शुरू किया. इस पर मनसा मां ने अपने पुत्र आस्तिक को निर्देश दिया कि राजा को सद्बुद्धि प्रदान करें. तब जाकर सर्पों की रक्षा हो पायी और इसी वजह से उन्हें सर्प माता भी कहते हैं. शास्त्रों में इन्हें महर्षि कश्यप की पुत्री भी बताया गया. तभी से मंदिर श्रद्धा के केन्द्र के रूप में स्थापित है.
जदयू महासचिव ने कहा कि ऐसी मान्यता है कि मनसा देवी के दरबार में सच्चे मन से मांगी गयी सभी मनौतियों को माता पूर्ण करती हैं. हमने भी माता से नालंदा के विकास की मनौती मांगी है. माता से हमारा निवेदन है कि नालंदा का कोई युवा बेरोजगार नहीं रहे. हर घर में सुख, शांति व समृद्धि का वास हो.
प्रशासनिक इंतजामों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि बात-चीत के दौरान श्रद्धालुओं ने प्रशासन द्वारा किये गये इंतजामों की काफी तारीफ़ की है. प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं की हर सुख सुविधा का ख्याल रखा जा रहा है. भारी भीड़ को संभालने के लिए प्रशासन के लोग लगातार काम कर रहे हैं. मेले में आने वाली महिलाओं की बड़ी को देखते हुए महिला सिपाहियों की भी तैनाती की गयी. इसके अलावा मेडिकल टीम भी निरंतर लोगों की सेवा में लगी हुई है.