आठवां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर रास बिहारी उच्च विद्यालय नालंदा के प्रांगण में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर योग शिविर का आयोजन किया गया। योग शिविर में प्रातः 5 बजे से ही योग शिविर में हिस्सा लेने के लिए जिले के कई प्रखंडों से बच्चे, युवा एवं बुजुर्गों की भीड़ उमड़ गई। साथ ही आसपास के गांव के गणमान्य लोगों के अलावे महिला,पुरुष सहित हजारों लोगों ने शिविर में हिस्सा लिया। योग शिविर का शुभारम्भ प्रोटोकॉल के अनुसार पतंजलि योग समिति के प्रदेश संरक्षक उदय शंकर प्रसाद, पतंजलि योग समिति के मीडिया प्रभारी सह प्रवक्ता राकेश बिहारी शर्मा, कार्यक्रम के संयोजक राज्य सह प्रभारी सुनील स्वाभिमानी, पतंजलि राज्य सह संयोजक अवध नारायण जी। राज्य परिषद् सदस्य रामजी प्रसाद यादव, महामंत्री सुजीत कुमार, जिला प्रभारी विनय कुमार ने शिविर का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया। शिविर में राज्य सह प्रभारी अवध नारायण जी के द्वारा योग ध्यान, योग-विज्ञान, आयुर्वेद तथा अध्यात्म, नारी शक्ति, स्वच्छता, और नशा मुक्ति पर लोगों के बीच जोर दिया गया। प्रदेश संरक्षक उदय शंकर प्रसाद ने कहा कि “मानवता के लिए योग” थीम पर दुनियाभर में आज योग दिवस मनाया जा रहा है। भारत ने विश्व को आध्यात्मिक, दार्शनिक, वैज्ञानिक क्षेत्र में अमूल्य योगदान दिया है। शून्य की तरह विश्व को भारत की सबसे बड़ी देन योग को माना जा रहा है। दरअसल योग एक विचार नहीं बल्कि भारतीय जीवन पद्धति है जिसमें भारतीय जीवन मूल्य यानि संस्कृति समाहित हैं।
पतंजलि योग समिति के मीडिया प्रभारी सह प्रवक्ता राकेश बिहारी शर्मा ने कहा कि पूरी दुनिया में शायद ही ऐसा कोई देश है जो योग शब्द से परिचित न हो। योग की महत्ता प्राचीन काल से है। योग ऋषि स्वामी रामदेवजी महाराज के अनथक प्रयास से योग को आज पूरी दुनिया में एक नई दृष्टि से देखा जाने लगा है। यह अनायास नहीं है कि पूरी दुनिया में योग का डंका बज रहा है। इसके लिए निरंतर प्रयास किये गये। कार्यक्रम में योग शिक्षक मो. उमर फारूक ने कहा कि योग धर्म नहीं एक विज्ञान है, यह स्वस्थ जीवन का विज्ञान है। योग कल्याण और यौवन का विज्ञान है, यह शरीर, मन और आत्मा को जोड़ने का विज्ञान है। सुबह हो या शाम, रोज कीजिए योग, निकट ना आएगा कभी आपके कोई रोग। मंच संचालन करते हुए योग गुरु रामजी प्रसाद यादव ने कहा- योग एवं ध्यान, प्राणायाम करने से बड़ी से बड़ी बीमारी ठीक किये जा सकते हैं। लोगो को प्रतिदिन योग करने से मानसिक शांति, मनोबल का बढ़ना, प्रतिरोधक क्षमता का बढ़ना, जीवन के प्रति उत्साह बढ़ना तथा शरीर लचीला बनता है। योग को आप चमत्कार भी कह सकते है, नियमित योग करने से जीवन के प्रति उत्साह बढ़ता है। साथ ही आत्म विश्वास में भी वृद्धी होती है, जिससे जीवन के प्रति उत्साह बढ़ता है। कार्यक्रम के संयोजक राज्य सह प्रभारी सुनील स्वाभिमानी ने कहा कि महर्षि पतंजलि द्वारा जो मार्ग कई सदियों पूर्व बताया गया आज पूरा विश्व उसका लोहा मान रही है। आज लगभग विश्व के 176 देशों में व्यापक रूप से योगाभ्यास के माध्यम से योग का अलख जगाया जा रहा हैं। योग एक ऐसी विधा है जिसे करने के बाद मनुष्य बिल्कुल निरोग एवं स्थायी जीवन जी सकता है।
पतंजलि योग समिति के जिला महामंत्री सुजीत कुमार ने कहा कि युवाओं एवं बच्चों के सर्वांगीन विकास के लिए तथा स्वस्थ्य, समृद्ध हेतु आज के समय में योग अनिवार्य हो गया है। उन्होंने कहा कि भाग-दौड़ भरी जिन्दगी में व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ्य रहने के लिए योग को अपनाना होगा।
राज्य सह प्रभारी अवध नारायण एवं योग गुरु रामजी प्रसाद यादव के नेतृत्व मं आयोजित योग शिविर में प्रोटोकॉल के अनुसार योग शिक्षक अविनाश कुमार, प्रभाकर रंजन, रानी, विजयालक्ष्मी ने श्वासन क्रिया, बक्रासन, सल्भासन, ताड़ासन, पवन मुक्तासन, सेतू बंधासन सहित कई प्रकार के योग, प्राणायाम, ध्यान योग कराया। इस अवसर पर डलहौजी पब्लिक स्कूल के निदेशक शिवजी मिश्र,महिला प्रभारी रागिनी आर्या, योग शिक्षिका संगीता आर्य, प्रभात रंजन, जयंत अमृत, रेखा कुमारी, सुशीला जी, किरण भदानी, उषा कुमारी, अलका कुमारी, रुक्मिणी कुमारी, मधुसूदन पाण्डेय, योग प्रचारक अजित कुमार, शिक्षक संजय कुमार सिन्हा, सरदार वीर सिंह, विवेकानंद सविता, सुधीर प्रसाद, डॉ. रामाधीन सिंह, शिशिर कुमार सिन्हा, बृजलाल, सूर्य नारायण चौधरी, इंदु भूषण, कृष्णकांत कुमार, मृत्युंजय कुमार, विजय पासवान, धनराज कुमार, उमाशंकर चौधरी, सुमन कुमार, गजानन प्रसाद, सुनील कुमार, राजेश कुमार रंजन, मनोज कुमार, राजीव रंजन, रविशंकर, अजय प्रसाद, दीपक कुमार, अरशद इमाम, संजय कुमार, मूलचंद, माखन लाल, किरण, अभिषेक सहित हजारों लोगों ने भाग लिया।