राजगीर:- हरियाणा के पानीपत जिले के समालखा में आयोजित निरंकारी संत समागम 2023 से लौटकर आए राजगीर ब्रांच से जुड़े सैकड़ों श्रद्धालु एवं सेवादल भाई बहने उनके राजगीर पहुंचने पर राजगीर के मुखी रामविलास महात्मा ने किया सभी का स्वागत। मौके पर समागम से लौटे सेवादल संचालिका अनिता कुमारी गुप्ता ने कहा कि वहां पंडाल में हर तरफ भीड़ ही भीड़ नज़र आ रही थी साथ ही प्रदर्शनी में लंगर स्टॉल्स पर, कैंटीन में, चिकित्सा शिविरों समेत सभी जगह भारी तादाद में श्रद्धालु मौजूद थे।
तीन दिवसीय समागम के लिए पानीपत जिले के समालखा में भव्य तैयारी की गई थी समागम में सतगुरू माता सुदीक्षा जी महाराज एवं निरंकारी राजपिता का प्रवचन हुआ यह दिव्य संत समागम 28 अक्टूबर से 30 अक्तूबर तक आयोजित था।
इस समागम की थीम थी ‘सुकून-अंर्तमन’। निरंकारी संत समागम में देश एवं दूर-देशों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
विशाल पंडाल में सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया था । समागम स्थल पर सहित सभी मैदानों में आगंतुकों के लिए आवश्यक सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही थी समागम स्थल पर एक विशाल सत्संग समारोह पंडाल लगाया गया था जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के बैठने का प्रबंध किया गया था, सत्संग पंडाल सहित सभी ग्रौंडो में भक्तों की सुविधा के लिए अनेक एल.ई.डी. स्क्रीन लगाई गई थी जिससे मंच पर होने वाले हर कार्यक्रम को दूर बैठे सभी श्रद्धालुगण देख पा रहे थे। समागम स्थल पर सतगुरु माता जी प्रतिदिन पहुंचकर सभी भक्तों को अपना आशीर्वाद प्रदान कर रहे थे, हर साल की तरह इस बार भी निरंकारी प्रदर्शनी एवं निरंकारी बाल प्रदर्शनी सभी भक्तों के लिए आर्कषण का केन्द्र रहा प्रदर्शनी की विषयवस्तु समागम शीर्षक ‘सुकुनः अंर्तमन का’ पर आधारित था। समागम स्थल पर सभी चार ग्राउंड में भक्तों के लिए रिहायशी टेंटों की व्यवस्था की गई थी साथ ही लंगर की सुविधा के साथ-साथ जलपान के लिए लगभग 22 कैंटीनों का भी प्रबंध किया गया था मिशन के साहित्य की अधिक जानकारी के लिए प्रकाशन विभाग द्वारा स्टॉल भी लगाए गए थे।
श्रद्वालुओं के लिए समागम स्थल पर पार्किंग की व्यवस्था की गई थी। इसके अतिरिक्त भारतीय रेलवे द्वारा समालखा सहित उसके आसपास खासकर भोडवाल माजरी स्टेशन पर सभी तरह का इंतजाम किए गए थे प्राथमिक चिकित्सा से लेकर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने सहित मेडिकल एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा व्यवस्था की गई थी, इसके अलावा लगभग 60 देशों से काइरोप्रैक्टिक डॉक्टरों की टीम भी समागम में अपनी सेवाएं दें रहे थे समागम स्थल के मैदानों में सन्त निरंकारी मंडल के विभिन्न कार्यालयों, सन्त निरंकारी चैरीटेबल फाउंडेशन, समागम संचालन समिति कार्यालय, सेवादल का केन्द्रीय कार्यालय, लेखा-जोखा विभाग, पत्रिका विभाग, ब्रांच प्रशासन, भवन निर्माण और रख रखाव, प्रचार विभाग, प्रेस एवं पब्लिसिटी विभाग, दूरसंचार तथा रेलवे आरक्षण केन्द्र बनाए गए थे। इस अवसर पर राजगीर ब्रांच के मुखी रामविलास प्रसाद, सेवादल संचालक भीम चौधरी, एकाउंटेंट मुकेश कुमार, कैशियर बंगाली राजवंशी, सेवादल रमेश कुमार, सुनीता देवी, रेखा देवी, फूटो बहन, गौरी देवी, नंदू महात्मा, धर्मेंद्र कुमार, हसमुख, विक्की राजेश महात्मा,भोला गोस्वामी, भोला चौधरी सहित सैकड़ों लोग सामिल थे।