आज ब्रिलियंट कान्वेंट में होली के शुभ अवसर पर होली त्यौहार को मनाया गया इसमें बच्चों ने खूब बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और बहुत ही लंबे अरसे के बाद बच्चों को अपने साथी एवं शिक्षकों के साथ होली मनाने का यह सुनहरा अवसर आया बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अपने सभ्यता एवं संस्कृति से रूबरू होने का बहुत ही अहम कड़ी है जिससे बच्चे मानसिक एवं सामाजिक रुप से विकसित होते हैं। ब्रिलियंट ग्रुप के चेयरमैन डॉ शशि भूषण कुमार ने बच्चों के जोश को बढ़ाते हुए एवं संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में बहुत से त्यौहार मनाये जाते हैं इनमें से एक होली का त्यौहार भी मनाया जाता है। जिसे सभी लोग रंगों के साथ गुलाल लगाकर मनाते हैं। पहले समय में होली को सिर्फ गुलाल और चन्दन लगा कर मनाया जाता था।
भारत में अलग-अलग जगहों में होली अलग-अलग नाम से वृन्दावन की होली, काशी की होली, ब्रज की होली, मथुरा की होली आदि प्रसिद्ध है। होली के दिन सभी लोग अपने घरों में विभन्न प्रकार के पकवान बनाते हैं और महमानों को बुलाते हैं होली के पहले दिन सभी लोग रात को एकत्र हो कर होलिका दहन करते हैं और दहन का अर्थ है की बुराई का एक न एक दिन अंत हो ही जाता है। इस कहानी के प्रतीक स्वरुप ही इस दिन से होली के पहले दिन सभी लोगों द्वारा लकड़ी और कपड़ों की होलिका बनाई जाती है। जिसकी लोगों द्वारा पूजा की जाती है और इस दिन होलिका दहन की जाती है जिसमे लोग अपनी बुराइयों को को होलिका के साथ में खत्म करने की विनती करते है।ब्रिलियंट ग्रुप के निर्देशक डॉ धनंजय कुमार ने सभी बच्चों से आग्रह किया कि आप सभी लोग प्राकृतिक होली खेले जिसमें रंगों का गुलाल प्राकृतिक रंग का उपयोग कर इस त्यौहार का खूब आनंद लें और अपने परिवार के साथ इस खुशनुमा पल को व्यतीत करें। इस अवसर पर ब्रिलियंट कान्वेंट ग्रुप के शिक्षा रंजय सिंह, पव�