नालंदा के सांसद, कौशलेन्द्र कुमार के लिखित प्रश्न-केन्द्र सरकार द्वारा विगत दस वर्षों के दौरान देश के शिक्षित बेरोजगार युवाओं के लिए विभिन्न सरकारी विभागों में विभाग-वार कितनी रिक्तियाँ सृजित की गई, क्या नियमित सरकारी नौकरियों में भर्ती नहीं होने के कारण शिक्षित बेरोजगारों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है और यदि हाँ, तो उसका ब्यौरा उपलब्ध कराने सहित सरकारी विभागों में रिक्तियों हेतु विज्ञापन नहीं देने के क्या कारण हैं, क्या थोड़ी से रिक्तियों/पदों के लिए लाखों आवेदन प्राप्त हो रहे हैं और उसमें अनिवार्य अर्हता से कहीं अधिक अर्हता प्राप्त अभ्यर्थियों की संख्या बहुत अधिक है, का विस्तृत ब्यौरा उपलब्ध कराया जाये।
सांसद श्री कुमार के प्रश्न के प्रतिउत्तर में प्रधानमंत्री कार्यालय में कार्मिक, लोक शिकायत तथा पेंशन राज्यमंत्री डा.जितेन्द्र सिंह ने कहा कि, ‘‘केन्द्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों/विभागों/संगठनों की आवश्यकता के अनुसार रिक्त पदों का होना और भरा जाना एक सतत प्रक्रिया है। केन्द्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों/विभागों एवं उनके संबंद्ध और अधीनस्थ कार्यालयों में सेवानिवृत्ति, पदोन्नति, त्याग-पत्र, मृत्यु, आदि के कारण रिक्तियाँ उत्पन्न होती हैं। सरकार द्वारा रिक्त पदों को समय से भरने के लिए सभी मंत्रालयों/विभागों को पहले से ही अनुदेश जारी किए गए हैं। केन्द्र सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे रोजगार मेलों से ही यह आशा की जाती है कि ये आगे रोजगार सृजन का कार्य करेंगे।