जिले में अल्प वृष्टि के कारण वर्तमान में उत्पन्न स्थिति में विद्युत आधारित सिंचाई पर निर्भरता बढ़ गई है। किसानों द्वारा एग्रीकल्चर फीडर के माध्यम से प्राप्त बिजली का उपयोग कर सिंचाई की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए सभी कृषि ट्रांसफार्मर का लगातार कार्यरत रहना नितांत आवश्यक है।जिला में लगभग 6500 कृषि ट्रांसफार्मर अधिष्ठापित हैं।
मंगलवार को जिलाधिकारी श्री शशांक शुभंकर ने विद्युत विभाग के अभियंताओं के साथ बैठक कर कृषि ट्रांसफार्मर की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। समीक्षा के क्रम में बताया गया
कि जिले में वर्तमान में 25 केवीए के 88 कृषि ट्रांसफार्मर खराब हैं। इनमें से 6 ट्रांसफार्मर को बदला गया है तथा 9 अन्य ट्रांसफार्मर को बदलने की कार्रवाई की जा रही है। कुछ नया ट्रांसफार्मर कंपनी के स्टोर में भी उपलब्ध है। जिलाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता विद्युत आपूर्ति ग्रामीण को सभी शेष खराब ट्रांसफार्मर को प्राथमिकता के अनुरूप बदलने का निर्देश दिया। इस संबंध में विभाग/कंपनी से संपर्क कर आवश्यकतानुसार नए ट्रांसफार्मर की मांग कर तत्काल बदलने की कार्रवाई सुनिश्चित कराने को कहा गया। जिलाधिकारी ने भी प्रधान सचिव ऊर्जा विभाग -सह- अध्यक्ष -सह- प्रबंध निदेशक, बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड को वर्तमान वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए खराब ट्रांसफार्मर को बदलने के लिए त्वरित कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।