Saturday, September 21, 2024
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बामसेफ एवं सामाजिक चेतना के धनी, प्रियलेंदु ब्रह्मचारी को दी गई

देरशाम दिन सोमवार को स्थानीय सोहसराय स्थित बामसेफ कार्यालय में सामाजिक चेतना के धनी, बहुजन आंदोलन के साथी प्रियलेंदु ब्रह्मचारी के असामयिक निधन पर बामसेफ एवं मूलनिवासी द्वारा श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता बामसेफ के जिलाध्यक्ष डॉ. राजीव रंजन ने की। मौके पर श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुये बामसेफ के मीडिया प्रभारी समाजसेवी राकेश बिहारी शर्मा ने स्व. प्रियलेंदु ब्रह्मचारी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्व. प्रियलेंदु बाबू स्वच्छ व्यक्तित्व के धनी, मृदुभाषी एवं बामसेफ एवं मूलनिवासी संगठन के आदर्श थे। 20 मई 2022 को प्रातः 4 बजे निजी अस्पताल बबुरबन्ना में हार्टअटैक होने से इनका निधन हो गया। उन्होंने कहा कि स्व. प्रियलेंदु बाबू के अप्रतिम योगदान के लिए नालंदा जिला हमेशा उनको याद रखेगा। ये रहुई प्रखंड के उतरनावाँ ग्राम निवासी वर्तमान में मोगलकुआँ में रह रहे पूर्व पीएनबी बैंक कर्मी, अम्बेडकरवादी कर्मठ कार्यकर्ता के रूप में जाने जाते थे। ये उतरनावां ग्रामवासी रामावतार पासवान जी के समाजसेवी पुत्र थे।

बामसेफ एवं सामाजिक चेतना के धनी, प्रियलेंदु ब्रह्मचारी को दी गई  बामसेफ एवं सामाजिक चेतना के धनी, प्रियलेंदु ब्रह्मचारी को दी गई

इनका जन्म 19 जनवरी 1961 को उतरनावां में हुआ था। ये बचपन से ही कुशाग्रबुद्धि के थे। स्व. प्रियलेंदु जी मैट्रिक हाई स्कूल गैबी, इंटर पीएमएस कॉलेज बिहारशरीफ तथा स्नातक पीसीपी कॉलेज बिहारशरीफ से किया था। इन्होने अपनी सरकारी सेवा 09-06-1992 को पीएनबी सरमेरा से प्रारम्भ किया, और सेवानिवृति 31-01-2021 पीएनबी रहुई से लिए थे। स्व. ब्रह्मचारी जी अपने पीछे दो पुत्र चार पुत्री छोड़कर गये। मौके पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए बामसेफ के जिलाध्यक्ष डॉ. राजीव रंजन ने कहा, अम्बेडकरवादी प्रियलेन्दु ब्रह्मचारी साहब का निधन, खासकर हमारे सामाजिक आंदोलन के बहुत बड़ी क्षति है। क्योंकि, बहुजन समाज में जब भी कोई संकट आती थी तो हम उनसे सलाह मशवरा करके उसका समाधान निकालते थे। उनका निधन हमारे लिए बहुत ही क्षति की बात है। बामसेफ के सचिव राजेश कुमार रमन ने कहा कि पी ब्रह्मचारी जी शुरू से ही अपने जीवन काल में समाज में अभिवंचित, असहाय निर्बल का सहारा थे। अपने सरकारी सेवा काल में भी समाज के उत्थान कार्य में सदैव तत्पर रहते थे। सेवानिवृत्ति के बाद सामाजिक कार्यों में पूर्णकालिक रूप से योगदान दे रहे थे। महात्मा फुले, माता रमाबाई, पेरियार, अंबेडकर, ललई सिंह यादव, जगदेव बाबू, झलकारी बाई जैसे महापुरुषों के विचार धाराओं पर चलकर समाज में प्रचार-प्रसार किया करते थे। मूलनिवासी संघ तथा बामसेफ नालंदा के प्रेरणास्रोत रहे। समाजसेवी सरदार वीर सिंह ने कहा कि बामसेफ एवं मूलनिवासी संघ नालंदा के एक सच्चा सिपाही मान्यवर पी ब्रह्मचारी जी अब हमारे बीच सशरीर उपस्थित नहीं है, बल्कि उनकी स्मृतियां एवं प्रेरणा हमारे बीच आज भी मौजूद है। मौके पर रमेश पासवान ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मूलनिवासी प्रियलेन्दु ब्रह्मचारी जी के निधन का दुःखद समाचार सुनकर स्तब्ध हूं। प्रियलेन्दु जी का असामयिक निधन जिला के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके परिवार को यह दुःख सहने का संबल दें। डॉ. सुवीर कुमार ने कहा कि एक अभिवंचित वर्ग की आवाज देने वाले समाज के लिए कुछ कर गुजरने वाले को इस तरह अकस्मात चले जाना अपूरणीय क्षति है। इस अवसर पर मूलनिवासी संघ के अध्यक्ष शिव बालक पासवान, रंजीत कुमार शर्मा, राजदेव पासवान, विजय कुमार, कौशलेंद्र कुमार, अरविन्द कुमार गुप्ता, अभिषेक कुमार, प्रियंका प्रिया, प्रतिभा प्रिया, स्नेह प्रिया, अनुव्रत ब्रह्मचारी, गरिमा प्रिया, प्रियांशु ब्रह्मचारी, संतोष पासवान, अरिणम, अभिनव सहित कई समाजसेवियों एवं संघ के कार्यकर्ताओं ने श्रद्धासुमन अर्पित किया।

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