राकेश बिहारी – स्थानीय साहित्यिक भूमि बबुरबन्ना मोहल्ले में प्रातः 10 बजे से 4 बजे तक साहित्यिक मंडली ‘शंखनाद’ के तत्वावधान में ‘शंखनाद’ के सक्रिय सदस्य सरदार वीर सिंह के आवास के बगल पाठशाला सभागृह में भव्य निःशुल्क नेत्र परीक्षण एवं निःशुल्क दवा वितरण का आयोजन किया गया। यह समाजसेवा का कार्यक्रम ‘अखण्ड ज्योति आई हॉस्पीटल’ दीघा-पटना के कुशल ख्याति प्राप्त चिकित्सक डॉ. संजीव कुमार और सहायक चिकित्सक राजु सिंह एवं ‘शंखनाद’ साहित्यिक मंडली के द्वारा शिविर लगा कर निःशुल्क नेत्र जाँच, निःशुल्क लेंस एवं निःशुल्क आँखों का ऑपरेशन करवाने के लिए नेत्र रोगियों को चिन्हित किया गया। मौके पर शिविर में चिकित्सक राजु सिंह ने कहा कि ‘शंखनाद’ साहित्यिक मंडली के कोषाध्यक्ष सरदार वीर सिंह जी एवं महासचिव समाजसेवी राकेश बिहारी शर्मा जी कोई राजनैतिक व्यक्ति नही हैं, बल्कि एक साधारण इंसान और ‘शंखनाद’ के सक्रिय सदस्य एवं समाजसेवी हैं। मानव होने के नाते एक व्यक्ति का फर्ज है वह निःस्वार्थ भाव से साहित्य सेवा तथा आपस में एक दूसरे की सेवा, उपेक्षित महापुरुषों को याद करना यही ‘शंखनाद’ साहित्यिक मंडली का सबसे बड़ा धर्म व लक्ष्य और कार्य है। महासचिव समाजसेवी राकेश बिहारी शर्मा तथा समाजसेवी सरदार वीर सिंह जी को जिले में व अपने आस-पास के अभावग्रस्त जरूरतमंद लोगों को देखकर यह कार्य करने की प्रेरणा मिली। उन्होंने बताया कि वह इसी प्रकार लाचार अभावग्रस्त लोगों की हमेशा मदद करते रहेंगे। निस्वार्थ भाव से हर गरीब की सेवा करने वाला और जरूरतमंदों की मदद करने वाला ही सच्चा मानव धर्म निभाता है। सभी प्राणियों में मनुष्य को श्रेष्ठ इसलिए माना जाता है क्योंकि दया, क्षमा, प्रेम और परोपकार की भावना सिर्फ इन्हीं में देखने को मिलती है। उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा कि गरीबों की मदद के लिए समृद्ध लोग को हाथ बढ़ाना चाहिए।
मौके पर साहित्यिक मंडली ‘शंखनाद’ के सचिव साहित्यकार राकेश बिहारी शर्मा ने कहा कि समृद्ध तथा समाजसेवियों को जरूर गरीबों की सेवा करनी चाहिए। गरीब व लाचार लोगों की सेवा ही ईश्वर की पूजा है। क्योंकि सभी धर्मों के धर्म गुरुओं ने कहा है कि गरीबों की सेवा हर हाल में करनी चाहिए। तभी आपका अर्जित संपत्ति आपके काम आएगा। अगर आपके पास सब कुछ है और बगल का पड़ोसी बिना खाना खाए ही सो जाता है या कष्ट में है, तो आपका धन संपत्ति सब कुछ बेकार है। इसलिए सभी लोगों की यह जिम्मेदारी बनती है कि आपके पास जो कुछ हो उसमें से थोड़ा बहुत गरीबों की सेवा में जरूर लगाएं। मौके पर समाजसेवी सरदार वीर सिंह ने कहा कि गरीबों की सेवा ही सच्ची भगवत सेवा है। दुनिया में इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नही होता। समाज के कमजोर तबके की भलाई के लिए यथा योग्य समर्थ लोगों को आगे आना चाहिए। दीनहीनों की भलाई करने वाले का ईश्वर मददगार होता है। गरीबों की सेवा करना सच्चा धर्म है। क्योंकि गरीबों में ईश्वर का निवास होता है और मैं भी लाचार व गरीब की सेवा में ही विश्वास रखता हूं।
इस अवसर पर ‘शंखनाद’ साहित्यिक मंडली के सक्रीय सदस्य समाजसेवी धीरज कुमार, अरशद उस्मानी, शिक्षक शारे अली, युवराज सिंह, अजीत पासवान, श्रवन पासवान, राम प्रसाद चौधरी, राजकिशोर चौधरी, संध्या देवी, अहमद रेज़ा, कामता पासवान, ऋतु पासवान सहित नालंदा जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्रों के 75 लोगों का जाँच किया गया, जिसमें से 20 मोतियाबिंद रोगियों को चिन्हित किया गया। चिन्हित मोतियाबिंद रोगियों का निःशुल्क दवा और लेंस सहित ऑपरेशन अखण्ड ज्योति आई हॉस्पीटल दीघा घाट-पटना के कुशल चिकित्सक के द्वारा किया जाएगा।