अति पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक संघर्ष मोर्चा ने महात्मा ज्योतिबा फुले का पुण्यतिथि मनाई।
बिहारशरीफ:- बिहार शरीफ अस्पताल चौक स्थित अति पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक संघर्ष मोर्चा के तत्वाधान में महात्मा ज्योतिबा फुले के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित करते हुए पुण्यतिथि मनाई गई इस मौके पर अति पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह फुटपाथ संघर्ष मोर्चा के जिला अध्यक्ष रामदेव चौधरी एवं अति पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक संघर्ष मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष एवं संस्थापक बलराम दास ने संयुक्त रूप से कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले एक महान समाज सुधारक, विचारक, लेखक और दार्शनिक थे। उनका जन्म 11 अप्रैल 1827 को महाराष्ट्र की सतारा जिले के कटगुन गांव में हुआ था। उनका पूरा नाम ज्योति राव गोविंद राव फुले था। उनका परिवार कई पीढियां पहले सतारा से पुणे आकर फूलों के गजरे आदि बनाने का काम करता था। इसलिए माली के काम में लगे ये लोग ‘फूले” के नाम से जाने जाते थे। उन्होंने ‘दलित”शब्द का पहली बार इस्तेमाल किया था। उन्होंने कई किताबें लिखी जिसमें गुलामगिरी, तृतीय रत्न,छत्रपति शिवाजी जैसी किताबें शामिल हैं। उन्होंने 1848 में लड़कियों के लिए देश का पहला महिला स्कूल खोला था। इस स्कूल में उनकी पत्नी सावित्रीबाई पहली शिक्षिका बनी।
उन्होंने समाज की कुप्रथाओं और अंधश्रद्धाओं को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए भी काम किया।
उन्होंने भारत में प्रचलित जाति प्रतिबंधों के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व किया।
उन्होंने अपना निजी पानी का कुआं भी खोल दिया जो उनके स्वागत करने वाले रवैय का प्रतीक था।
उनका निधन 28 नवंबर 1890 को पुणे में हुआ था। ज्योतिबा फुले 19वीं सदी में सामाजिक सुधार आंदोलन में एक प्रमुख व्यक्ति थे। इस मौके पर उपस्थित सभी ने एक स्वर से शपथ लिए की महात्मा ज्योतिबा राव फुले के रास्ते चलेंगे इन्हीं के रास्ते पर चलकर भारत देश शिक्षित होगा इस अवसर पर दीपक कुमार वरिष्ठ सलाहकार नंदलाल रविदास प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश ठाकुर जिला उपाध्यक्ष उमेश पंडित जिला महासचिव महेंद्र प्रसाद जिला उपाध्यक्ष मोहन चौधरी जिला सहसचिव आशुतोष कुमार रामचंद्र रजक राजेश शर्मा सुरेंद्र शर्मा रिया कुमारी राकेश पासवान सोनी देवी उमेश राम चंद्रवंशी फुटपाथ संघर्ष मोर्चा के मार्केट कमेटी हॉस्पिटल मोड़ के उपाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार जोगिंदर कुमार अवधेश गिरी मोहम्मद रहबर मोहम्मद शमशेर मोहम्मद टुन्नू मिथिलेश यादव आंनदी बिंद आदि लोग उपस्थित थे।