बिहारशरीफ – राजस्व वसूली में तेजी लाने को लेकर नगर निगम द्वारा कवायद तेज कर दी गई है। निगम में आय का श्रोत होने के बावजूद भी आमदनी नहीं हो पा रही है। इस विकास पर भी ग्रहण लगा हुआ है। कार्यभार संभालने के बाद नगर आयुक्त लगातार राजस्व विभाग के अधिकारियों व टैक्स कलक्टरों के साथ बैठक समीक्षा करने में जूटे हैं। राजस्व वसूली को लेकर अब तक दो बार बैठक हो चूकी है। जितने भी बढ़े बकायदार हैं, उनपर कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है। नगर आयुक्त तरनजोत सिंह ने कहा कि राजस्व की वसूली नहीं होना निगम के लिए सबसे बड़ी समस्या है। अभी तक समीक्षा के दौरान देखा गया है कि जितनी वसूली होनी चाहिए, उस अनुसार हो नहीं पा रही है। खासकर बड़े बकायदारों के यहां से काफी दिनों से वसूली नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि वैसे बकायदार जो लम्बे समय से प्रोपर्टी टैक्स जमा नहीं किए हैं और निगम द्वारा तीन बार नोटिस दिया जा चूका है, उन लोगों को लाल कार्ड जारी करते हुए खाता को फ्रिज करने का आदेश राजस्व अधिकारी को दिया गया है।
साथ ही जब्ती कुर्की करने की प्रक्रिया शुरू करने का भी निर्देश दिया गया है। बैठक में उपनगर आयुक्त जयेश कुमार, राजस्व पदाधिकारी शैलेन्द्र कुमार, सहायक राजस्व पदाधिकारी अनील रविदास, कार्यपालक सहायक अमरेश कुमार आदि उपस्थित थे। देखा जाय तो वसूली हो या नहीं, नोटिस देने में नगर निगम पिछे नहीं रहता है। पालिका मार्केट की ही बात करें तो कई वार नोटिस दिया गया है। कुछ दुकानों को सील भी किया गया था, लेकिन अभी भी सभी दुकानो ंसे वसूली नहीं हो पाई है। विभागीय जानकारी के मुताबकि इसवार लम्बे समय से प्रोपर्टी टैक्स नहीं जमा करने वाले करीब 10 बड़े बकायदारों पर तीन बार नोटिस दिया गया है। देखना है कि कार्रवाई कितनी तेजी से होती है। समीक्षा बैठक के दौरान अपेक्षानुसार कम टैक्स वसूली करने वाले चार टैक्स कल्क्टर से स्पष्टीकरण का मांग करते हुए तत्काल मानदेय भुगतान करने पर रोक लगा दी गई है। नगर आयुक्त ने कहा कि सभी टैक्स कलक्टरों को राजस्व वसूली में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है। साथ ही अनाधिकृत रूप से दिवालों पर चिपकाए गए पोस्टर व होडिंग को चिन्हीत करते हुए नोटिस निर्गत करने का निर्देश दिया गया है। पॉलिथीन के विरूध लगातार छापेमारी करने का निर्देश राजस्व अधिकारी को दिया गया है।