जिलाधिकारी श्री योगेंद्र सिंह ने आज आपदा प्रबंधन के तहत कोविड-19 संक्रमण के प्रसार की रोकथाम, संभावित हीटवेव, जैपनीज एन्सेफेलाइटिस, आगजनी से बचाव एवं बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की। सरकार के दिशा निर्देश के आलोक में बाहरी राज्यों से वापस आने वाले लोगों के लिए प्रत्येक प्रखंड में एक एक क्वॉरेंटाइन सेंटर को तैयार करने के लिए कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को दिया गया। उन्हें प्रखंड स्तर पर क्वॉरेंटाइन सेंटर के रूप में उपयुक्त स्थल को चिन्हित कर पूर्व तैयारी सुनिश्चित करने को कहा गया। कोविड-19 टेस्टिंग को भी निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया। पॉजिटिव पाए गए केस के मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने का निर्देश दिया गया। पॉजिटिव केस के विषय में उनकी ट्रैवल हिस्ट्री आदि के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करने को कहा गया। पॉजिटिव मामले में कांटेक्ट ट्रेसिंग करते हुए सभी लोगों की तुरंत टेस्टिंग सुनिश्चित कराने को कहा गया। कोविड टीकाकरण के लिए भी लक्षित आयु वर्ग के सभी लोगों का टीकाकरण का कार्य की नियमित समीक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
कोविड संक्रमण से बचने के लिए मास्क के उपयोग के प्रति लोगों को लगातार जागरूक करते रहने का निर्देश दिया गया। अनुपालन नहीं करने वालों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया। कोविड-19 से संबंधित सरकार द्वारा निर्गत सभी दिशानिर्देशों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित कराने को कहा गया। आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार इस वर्ष हीटवेव की संभावना जताई गई है। इससे बचाव एवं सुरक्षा के उपाय के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया। सभी अस्पतालों में आवश्यक दावा- ओआरएस, साल्ट टेबलेट आदि की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कराने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों को दिया गया। जैपनीज एन्सेफेलाइटिस के प्रति भी लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया गया। सभी पदाधिकारियों को पेयजल की स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखने का निर्देश दिया गया। चापाकलों की मरम्मती के लिए पी एच ई डी द्वारा लगाए गए गैंग से कारगर तरीके से कार्य कराने का निर्देश दिया गया।
आगजनी की संभावना से बचाव के लिए बिजली के तार के सभी ढीले ढाले कनेक्शन को दुरुस्त कराने के लिए विद्युत विभाग के अभियंता को निर्देश दिया गया। बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर विगत वर्षों के बाढ़ में क्षतिग्रस्त एवं मरम्मती कराए गए सभी तटबंध, सड़क, बांध आदि का भौतिक निरीक्षण सुनिश्चित करने का निर्देश सभी अंचल अधिकारियों को दिया गया। कहीं भी अगर मरम्मती की आवश्यकता प्रतीत हो तो इसकी सूचना तुरंत जिला स्तर पर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। सभी उपलब्ध नावों का भौतिक सत्यापन सुनिश्चित करते हुए मरम्मती योग्य नावों की ससमय मरम्मती सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया। गोताखोरों की सूची को भी अद्यतन करने को कहा गया। बैठक में आपदा शाखा प्रभारी अभिषेक कुमार, एसीएमओ, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी/ विद्युत, अग्निशमन पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी आदि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे।