प्रिया और गोपाल ने हिमाचल प्रदेश के कुल्लू मनाली स्थित 20 हजार की दुर्गम चोटी यूनाम पिक पर स्वतंत्र दिवस के दिन झंडा फहरा कर अपने जिले का नाम रोशन किया | प्रिया और गोपाल आज बिहारशरीफ के रेलवे स्टेशन पर उतरे तो उनका भव्य स्वागत किया गया| प्रिया बिहार शरीफ के खंदक पर मोहल्ला निवासी अनिल कुमार गुप्ता की पुत्री प्रिया गुप्ता और दूसरे राजगीर के नए पोखर निवासी पंकज कुमार के पुत्र गोपाल कुमार हैं इन्होंने इसके पूर्व भी केदार कांटा का और फ्रेंडशिप की चोटी पर तिरंगा फहरा चुके हैं
प्रिया और गोपाल बताते हैं कि बिहार शरीफ नगर निगम परिषद से स्वच्छ बिहार शरीफ सुंदर बिहार का संदेश लेकर नगर आयुक्त अंशुल अग्रवाल ने 9 अगस्त को रवाना किया था इसके बाद 10 अगस्त को देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए 13 प्रतिभागियों के साथ चढ़ाई शुरू किया कड़ाके की ठंड और खराब मौसम के कारण भी इनके हौसलों को तोड़ नहीं पाया और 15 अगस्त को करीबी 11:40 पर 10 प्रतिभागियों के साथ उन्होंने चोटी पर भारत का तिरंगा फहराया|
हिमाचल की पिक मनाली की सबसे दुर्गम चोटी मानी जाती है जिस पर चढ़ाई कर पाना सबके बूते की बात नहीं है बहुत ही मुश्किल है इसके बावजूद भी नालंदा के दोनों प्रिया और गोपाल ने हिम्मत नहीं हारी और समय के साथ यहां पहुंच कर फतह हासिल किया| प्रिया और गोपाल बताते हैं कि हमारे जीवन का सबसे सुखद पल था जब हमलोग हिमाचल प्रदेश के कुल्लू मनाली स्थित 20 हजार की दुर्गम चोटी यूनाम पिक पर स्वतंत्र दिवस के दिनभारत का तिरंगा झंडा फहरा रहे थे हालांकि इसके साथ अन्य 3 प्रतिभागी नहीं पहुंचने का थोड़ा मलाल भी इन दोनों को हुआ
गोपाल ने बताया कि माउंट एवरेस्ट की चोटी पर तिरंगा लहराने की उनकी इच्छा है इसके लिए वे अभी से कड़ी मेहनत कर रहे हैं दोनों के बिहार शरीफ लौटने पर रेलवे स्टेशन पर भव्य नागरिक अभिनंदन किया गया इनके जज्बे को नालंदा जिले वासी सलाम करते हैं